भजीजे पहुंचा तब घटना पता चली
पुलिस ने बताया कि मृतक का भतीजा चंदन सिंह दोपहर में जब घर पहुंचा और उसने दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई नहीं निकला। जब उसने खिड़ी की से झांककर देखा तब घटनाक्रम का पता चला। तीनों मकरन विश्वकर्मा (42), उसकी पत्नी शशि (35)एवं बेटी निमीता (19) तीनों के शव फंदे से लटके हुए थे। पड़ौसियों को बुलाया और पुलिस को सूचना दी। खबर फैलते ही क्षेत्र में सनसनी फैल गई। मौके पर पहुंचे एसडीओपी शिवेन्दु जोशी,स्टेशन रोड थाना प्रभारी निकिता विल्सन ने अपनी टीम से लटके हुए शवों को नीचे उतरवाया और पंचनामा कार्रवाई कर अस्पताल ले जाकर शवों का पीएम करवाया। एसडीओपी शिवेन्दु जोशी ने बताया कि मृतक की जेब से मिले सुसाइड नोट की जांच की जा रही है।
कॉलेज के बाबू की आत्महत्या से भी जुड़े तार
25 दिन पहले भी इसी कॉलेज के बाबू (लेब अटेंडेंट) राकेश रैकवार ने ट्रेन से कटकर आत्महत्या की थी। राकेश रैकवार ने आत्महत्या के दो दिन पहले 16 पेज का सोसाइट नोट भी लिखा था। जिसमें उन्होने प्रभारी कॉलेज प्राचार्य सहित अन्य के नाम सहित शोषण के आरोप लगाए थे। वही उस पत्र में मकरन का भी जिक्र था जिसमें कॉलेज प्राचार्य राजीव माहेश्वरी उससे निजी कार्य कराते थे। राकेश के बेटे ने भी अपने पिता का मौत का कारण कॉलेज में शोषण होना बताया था, जिसकी जांच भी रेलवे पुलिस कर रही है।
पिता के कॉलेज में ही बीकाम द्वितीय वर्ष में पढ़ती थी निमीता
मृतक मकरन की बेटी मृतिका निमीता बीकाम द्वितीय वर्ष की छात्रा थी और पिता के कॉलेज में ही पढ़ाई कर रही थी। वह पढने में अव्वल थी। आर्थिक तंगी को दूर करने अपनी मां के साथ घर में ही लड्डू बनाकर छोटा-मोटा व्यवसाय भी चलाती थी।
चार डॉक्टरों की टीम ने किया पीएम
मृतक मकरन,पत्नि शशी एवं बेटी निमीता विश्वकर्मा के शवो का चार डॉक्टरों की पैनल टीम ने पोस्टमार्टम किया। जिसमें रिटायर चिकित्सक डॉ.एके अग्रवाल के मार्गदर्शन में बीएमओ डॉ ऋचा कटकवार,डॉ राहुल उईके,डॉ. योगेन्द्र ठाकुर शामिल रहे। डॉक्टरों ने बताया कि तीनों की मौत लगभग एक ही समय हुई है। तीनो के शवों पर कोई भी चोट के निशान नही पाए गए हैं। इनकी मौत लगभग रात्रि 12 से 4 बजे की बीच हुई है। तीनों के विसरा एकत्रित कर जांच के लिए भेज रहे हैं।
मृतक मकरन,पत्नि शशी एवं बेटी निमीता विश्वकर्मा के शवो का चार डॉक्टरों की पैनल टीम ने पोस्टमार्टम किया। जिसमें रिटायर चिकित्सक डॉ.एके अग्रवाल के मार्गदर्शन में बीएमओ डॉ ऋचा कटकवार,डॉ राहुल उईके,डॉ. योगेन्द्र ठाकुर शामिल रहे। डॉक्टरों ने बताया कि तीनों की मौत लगभग एक ही समय हुई है। तीनो के शवों पर कोई भी चोट के निशान नही पाए गए हैं। इनकी मौत लगभग रात्रि 12 से 4 बजे की बीच हुई है। तीनों के विसरा एकत्रित कर जांच के लिए भेज रहे हैं।
एसपी ने किया घटना स्थल का निरीक्षण
एसपी गुरूकरण सिंह नेघटना स्थल का बारीकि से निरीक्षण किया। पुलिस के एफएसएल वैज्ञानिक अधिकारी ऋषिकेश यादव की टीम ने घटना स्थल व शवों की जांच कर साक्ष्य एकत्रित किए।
एसपी गुरूकरण सिंह नेघटना स्थल का बारीकि से निरीक्षण किया। पुलिस के एफएसएल वैज्ञानिक अधिकारी ऋषिकेश यादव की टीम ने घटना स्थल व शवों की जांच कर साक्ष्य एकत्रित किए।
एक साथ निकली तीनों की शव यात्रा
मृतक मकरन विश्वकर्मा,बेटी निमीता एवं पत्नी शशी की शव यात्रा एक साथ निकली। तीन शव यात्रा एक साथ देख लोगों की आंखों से आंसू निकल आए। दाह संस्कार की व्यवस्था कॉलेज प्रबंधन ने की।
मृतक मकरन विश्वकर्मा,बेटी निमीता एवं पत्नी शशी की शव यात्रा एक साथ निकली। तीन शव यात्रा एक साथ देख लोगों की आंखों से आंसू निकल आए। दाह संस्कार की व्यवस्था कॉलेज प्रबंधन ने की।
इनका कहना है...
परिवार के तीन लोगों ने फंदा लगाकर आत्महत्या की है। मृतक के जेब से सुसाइड नोट भी मिला है। साक्ष्यों को एकत्रित कर मर्ग जांच कराई जा रही है। पीजी कॉलेज में मृतक दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी था। वहीं कुछ दिन पहले भी पीजी कॉलेज के एक कर्मचारी ने भी आत्महत्या की थी। सभी पहलुओं पर जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
-डॉ. गुरुकरण सिंह, एसपी नर्मदापुरम।
परिवार के तीन लोगों ने फंदा लगाकर आत्महत्या की है। मृतक के जेब से सुसाइड नोट भी मिला है। साक्ष्यों को एकत्रित कर मर्ग जांच कराई जा रही है। पीजी कॉलेज में मृतक दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी था। वहीं कुछ दिन पहले भी पीजी कॉलेज के एक कर्मचारी ने भी आत्महत्या की थी। सभी पहलुओं पर जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
-डॉ. गुरुकरण सिंह, एसपी नर्मदापुरम।