चौक चौराहों पर लगा रहा मवेशियों का जमाबड़ा-
नगर में करीब दो दर्जन से अधिक स्थानों पर पशुओं के झुंड देखे जा सकते है। जिसमे नगर पंचायत कार्यालय के सामने, गांधी चौक, मस्जिद चौराहा, गौमुख रोड़, मुख्य चौराहा, सब्जी मंडी, पुरानी गल्ला मंडी, मुख्य मार्ग, स्कूल, कृषि उपज मंडी, छीपाबड़ में थाना चौराहा, महाराणा प्रताप चौक सहित मुख्य मार्गो पर पशुओं का जमघट लगा रहता है। लेकिन इस ओर नगर परिषद का ध्यान नहीं है। कभी कभार राष्ट्रीय पर्वो के अवसर पर पशुओ को पकड़कर कांजी हाउस में बंद कर दिया जाता है। लेकिन उन्हें पशु पालक छुड़ा ले जाते है। गत दिवस मुख्य चौराहे पर वाहन चालक द्वारा मवेशी को टक्कर मार दी, जिससे वह घायल हो गया।
वाहनों के सामने से नही हटते मवेशी-
मुख्य मार्गो पर वाहनों का अधिक दबाब रहता है। बीच मार्गो पर खड़े इन मवेशियों पर वाहनों के हार्न का कोई असर नही होता है। ऐसे में वाहन चालकों को वाहनों से उतरकर मवेशियों को हटाना पड़ता है। खिरकिया छीपाबड़ मुख्य मार्ग पर नगर की शा. प्राथमिक कन्या शाला, माध्यमिक, हाईस्कूल, हायर सेकंडरी सहित कई निजी स्कूलों का आवागमन भी इसी मार्ग से होता है। जिससे हजारों विद्यार्थी स्कूल आना जाना करते है, जिससे दुघर्टना का अंदेशा बना रहता है। मंगलवार को लगने वाले साप्ताहिक बाजार में भी पशुओं को खुलेआम घूमना आम बात है।
इनका कहना
आवारा मवेशियों को पकडऩे के लिए मुहिम प्रारंभ की जाएगी। पशु पालकों पर जुर्माना भी लगाया जाएगा।
एआर सांवरे, सीएमओ, नपं खिरकिया
नगर में करीब दो दर्जन से अधिक स्थानों पर पशुओं के झुंड देखे जा सकते है। जिसमे नगर पंचायत कार्यालय के सामने, गांधी चौक, मस्जिद चौराहा, गौमुख रोड़, मुख्य चौराहा, सब्जी मंडी, पुरानी गल्ला मंडी, मुख्य मार्ग, स्कूल, कृषि उपज मंडी, छीपाबड़ में थाना चौराहा, महाराणा प्रताप चौक सहित मुख्य मार्गो पर पशुओं का जमघट लगा रहता है। लेकिन इस ओर नगर परिषद का ध्यान नहीं है। कभी कभार राष्ट्रीय पर्वो के अवसर पर पशुओ को पकड़कर कांजी हाउस में बंद कर दिया जाता है। लेकिन उन्हें पशु पालक छुड़ा ले जाते है। गत दिवस मुख्य चौराहे पर वाहन चालक द्वारा मवेशी को टक्कर मार दी, जिससे वह घायल हो गया।
वाहनों के सामने से नही हटते मवेशी-
मुख्य मार्गो पर वाहनों का अधिक दबाब रहता है। बीच मार्गो पर खड़े इन मवेशियों पर वाहनों के हार्न का कोई असर नही होता है। ऐसे में वाहन चालकों को वाहनों से उतरकर मवेशियों को हटाना पड़ता है। खिरकिया छीपाबड़ मुख्य मार्ग पर नगर की शा. प्राथमिक कन्या शाला, माध्यमिक, हाईस्कूल, हायर सेकंडरी सहित कई निजी स्कूलों का आवागमन भी इसी मार्ग से होता है। जिससे हजारों विद्यार्थी स्कूल आना जाना करते है, जिससे दुघर्टना का अंदेशा बना रहता है। मंगलवार को लगने वाले साप्ताहिक बाजार में भी पशुओं को खुलेआम घूमना आम बात है।
इनका कहना
आवारा मवेशियों को पकडऩे के लिए मुहिम प्रारंभ की जाएगी। पशु पालकों पर जुर्माना भी लगाया जाएगा।
एआर सांवरे, सीएमओ, नपं खिरकिया