यह है परंपरा
साहित्यकार विजय ठाकुर ने बताया कि दशहरे पर जब रावण का वध किया जाता है तो उसकी अस्थियों से टेसू का निर्माण कर उसे छोटे बच्चों द्वारा गली मोहल्लों में घुमाकर शुभाषीश दिया जाता है। वहीं लड़कियां गढ़वा बनाती है जो मालवा एवं निमाड़ की मिली-जुली संस्कृति है। इसमें भी शुभाषीष देने की पंरपरा है। पूर्णिमा के दिन इनका विसर्जन किया जाता है। इस दौरान जो अन्न-दान मिलता है उसका प्रसाद बनाकर बांटा जाता है।
साहित्यकार विजय ठाकुर ने बताया कि दशहरे पर जब रावण का वध किया जाता है तो उसकी अस्थियों से टेसू का निर्माण कर उसे छोटे बच्चों द्वारा गली मोहल्लों में घुमाकर शुभाषीश दिया जाता है। वहीं लड़कियां गढ़वा बनाती है जो मालवा एवं निमाड़ की मिली-जुली संस्कृति है। इसमें भी शुभाषीष देने की पंरपरा है। पूर्णिमा के दिन इनका विसर्जन किया जाता है। इस दौरान जो अन्न-दान मिलता है उसका प्रसाद बनाकर बांटा जाता है।
पांच दिन टेसू और गढ़वा की धूम, समापन आज
दशहरा से लेकर पूर्णिमा तहसील के नगर व ग्रामीण क्षेत्र में लोक परंपरा के तहत टेसू और गढ़वा की धूम रहती है। इसके तहत गली-गली में जहां लड़के टेसू निकालते हैं वहंी लड़कियां समूह में गढ़वा लेकर निकलती हैं। लड़के-लड़कियां समूह में सभी के घर जाकर तरह तरह के गीत गाती है और परिवार को शुभाशीष देते हैं। वहीं पूर्णिमा के दिन जहां टेसू को जला दिया जाता है वहीं गढ़वे को फोड़ दिया जाता है। टेसू लेकर घूम रहे अमन लौवंशी, सुमित लौवशी व गढ़वा लेकर घूम रही पायल योगी, महक जोशी, खुशी जोशी ने बताया कि जो भी अन्न दान या पैसे मिलते हैं उससे अंतिम दिन प्रसादी बना सभी मिलकर खाते हैं। अमन और सुमित ने बताया कि टेसू आया टेंशन से गीत सबसे ज्यादा सुना जाता है।
दशहरा से लेकर पूर्णिमा तहसील के नगर व ग्रामीण क्षेत्र में लोक परंपरा के तहत टेसू और गढ़वा की धूम रहती है। इसके तहत गली-गली में जहां लड़के टेसू निकालते हैं वहंी लड़कियां समूह में गढ़वा लेकर निकलती हैं। लड़के-लड़कियां समूह में सभी के घर जाकर तरह तरह के गीत गाती है और परिवार को शुभाशीष देते हैं। वहीं पूर्णिमा के दिन जहां टेसू को जला दिया जाता है वहीं गढ़वे को फोड़ दिया जाता है। टेसू लेकर घूम रहे अमन लौवंशी, सुमित लौवशी व गढ़वा लेकर घूम रही पायल योगी, महक जोशी, खुशी जोशी ने बताया कि जो भी अन्न दान या पैसे मिलते हैं उससे अंतिम दिन प्रसादी बना सभी मिलकर खाते हैं। अमन और सुमित ने बताया कि टेसू आया टेंशन से गीत सबसे ज्यादा सुना जाता है।