scriptस्टेशन पर मेगा ब्लाक को बोर्ड से हरी झंडी का इंतजार | Waiting for the green flag from the board at station from Mega block | Patrika News

स्टेशन पर मेगा ब्लाक को बोर्ड से हरी झंडी का इंतजार

locationहोशंगाबादPublished: Jan 06, 2019 12:52:56 pm

Submitted by:

yashwant janoriya

प्लेटफार्म एक से चार तक का एप्रान क्षतिग्रस्त

station

railway news

इटारसी. इटारसी रेलवे स्टेशन में क्षमता से अधिक ट्रेनें और यात्रियों की बढ़ती संख्या के बीच चारों प्लेटफार्मों पर बनी पटरियां कमजोर होती जा रही है। सबसे बुरी स्थिति प्लेटफार्म एक के एप्रान की है, जो बुरी तरह डैमेज हो चुकी है। आलम ये है कि प्लेटफार्म से गुजरने वाली ट्रेनों की गति पर असर पड़ा है। इससे यहां ट्रेन 10 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चलाई जा रही है।
रेलवे ने इसे सुधारने के लिए कम से कम 45 दिन का ट्रेनों के लिए मेगा ब्लॉक मांगा है, जिसके लिए बोर्ड से हरी झंडी नहीं मिल पा रही है। स्थानीय रेलवे प्रबंधन का कहना है कि यहां से गुजरने वाली औसतन 300 ट्रेनों का स्टॉपेज 15 से 20 मिनट का है। रेलवे से ब्लॉक न मिलने के कारण पिछले पांच साल से एप्रान निर्माण का काम ठप पड़ा है। प्लेटफार्म एक के अलावा प्लेटफार्म दो-तीन पर भी नए एप्रान बनना है। रेलवे पहले तो इतने दिनों का ब्लॉक नहीं दे रही है इसके साथ ही दबाव है कि ब्लाक मिल भी जाएं तो ट्रेनें विलंब से नहीं होना चाहिए। एक रेलवे ट्रेक का एप्रान नए सिरे से बनाने के लिए करीब 45 दिनों का ब्लॉक चाहिए। फिलहाल डैमेज एप्रान पर ही ट्रेनें लेना मजबूरी है।
ये है स्थिति
1. एक से चार प्लेटफार्म का एप्रान रेलवे ट्रेक क्षतिग्रस्त हो चुका है। सिलीपाट तक टूट गए हैं, ऐसे में किसी बड़े हादसे की आशंका से भी इंकार नहीं किया जा सकता।
2.रेलवे ऑपरेटिंग विभाग ने डैमेज एप्रान से ट्रेनों के प्लेटफार्म प्रवेश के दौरान गति सीमा 20 किमी. प्रति घंटे से घटाकर 10 किमी कर दी है।
3. क्षतिग्रस्त एप्रान के कारण ट्रेक की सफाई भी नहीं हो पाती। इस वजह से आधा रेलवे ट्रेक पानी में डूबा रहता है।
4. टूट रहे सिलीपाट से लाइन को बचाने और जमीन पर ट्रेक धंसने से रोकने जगह-जगह लकड़ी के गुटके फंसाए गए हैं।
5. यदि समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो बड़े हादसे से भी इनकार नहीं किया जा सकता।
गौरतलब है कि इसी तरह की लापरवाही के चलते एक साल पहले पटना वास्कोडिगामा एक्सप्रेस इसी प्रकार मानिकपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर बेपटरी हुई थी। बावजूद इसके रेलवे ने कोई सबक नहीं लिया। ऐसे में क्षतिग्रस्त हो रहे एप्रान और सिलीपाट ट्रेनों के वजन से टूट रहे हैं। आलम ये है कि इटारसी में नान स्टॉपेज संपर्क क्रांति, राजधानी और एसी ट्रेनों को भी 10 किमी की गति से निकाली जा रहा है।
इसलिए हो रहा विलंब – रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार मेगा ब्लाक की अनुमति रेल मंत्रालय देता है। इसके लिए कई ट्रेनों का रूट डायवर्ट भी करना होगा। इससे यात्रियों को दिक्कतें आएगी। इसलिए मेगा ब्लाक की अनुमति देने में विलंब हो रहा है। इटारसी रेलवे स्टेशन का आधुनिकीकरण कार्य एक बड़ा प्रोजेक्ट हैं।
इंजीनियरिंग विभाग टूटे सिलीपाटों एवं पटरियों के नीचे रबर एवं लकड़ी के गुटके फंसाकर काम चला रहा है। इस वजह से स्पीड भी कम कर दी है। प्लेटफार्म पर प्रवेश करने से पहले हम हर ट्रेन को कॉशन आर्डर जारी करते हैं। हादसे को टालने के लिए गति सीमा घटाई गई है।
एसके जैन, स्टेशन मैनेजर, इटारसी
इटारसी स्टेशन पर प्लेटफार्मों का आधुनिकीकरण कार्य के समय ही डैमेज एप्रान भी बदलने का काम किया जाना है। इसके लिए मेगा ब्लाक की मांग रेलवे बोर्ड से की गई है। अनुमति मिलने के बाद ही काम शुरू हो सकेगा।
आए सिद्दकी, पीआरओ, भोपाल मंडल
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो