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जल आवर्धन की केनाल में कुछ दिन का पानी शेष, गहरा सकता है जलसंकट

locationहोशंगाबादPublished: Apr 16, 2018 01:15:33 pm

Submitted by:

pradeep sahu

नदी से पानी लाने नपं के पास नहीं है संसाधन

Water can be deep in the canal of water for a few days

Water can be deep in the canal of water for a few days

खिरकिया. नागरिकों की प्यास बुझाने के लिए संचालित जल आवर्धन योजना का कंठ सूख रहा है। योजना के तहत भवरली से लाए जा रहे पानी से कुछ दिन और जल वितरण हो सकेगा। इसके बाद नागरिकों को जलसंकट का सामना करना पड़ सकता है। वर्तमान में योजना स्थल पर केनाल में मौजूद पानी से नगर में जल प्रदाय किया जा रहा है। लेकिन केनाल में अब गिने चुने दिन का ही पानी शेष है। इसके बाद नगर तक पानी लाने के लिए काफी मशक्कत करनी होगी, जिसके लिए संशाधन भी नगर परिषद के पास मौजूद नहीं है। जल आवर्धन योजना में पसरी अव्यवस्थाओं पर नगर परिषद द्वारा गंभीरता से ध्यान नहीं दिया गया, परिणाम स्वरूप इसका खामियाजा नगरवासियों को भुगतना पड़ेगा। नगर की जल वितरण व्यवस्था पूरी तरह जल आवर्धन योजना पर आश्रित है। ऐसे में यह योजना का यही हाल रहा तो गर्मी में नागरिकों को जल वितरण कैसे हो पाएगा, यह बड़ी समस्या बना हुआ है।
नगर में जलसंकट गहराने के आसार : योजना के माध्यम से जल वितरण की व्यवस्था प्रभावित होती है तो जल की आपूर्ति को लेकर नपा और नागरिकों की परेशानियंा बढ़ सकती है। वर्तमान में केनाल के माध्यम से पानी आ रहा है, लेकिन कुछ दिनों में पानी नीचे चला जाएगा। ऐसे में जलाशय से पानी लाने के लिए मोटर की आवश्यकता होगी, जो निर्माण एजेंसी द्वारा निकालकर ले जाई जा चुकी है। ऐसे में पानी केनाल और इंकटेक वेल तक लाने के लिए परेशानियां होगी। जैसे जैसे गर्मी बढ़ेगी पानी की दूरी योजना स्थल से बढ़ जाएगी।
पत्रिका ने किया था आगाह : जल आवर्धन योजना में पसरी अव्यवस्थाओं को लेकर पत्रिका ने 1 अप्रैल को समाचार प्रकाशित नगर परिषद को आगाह किया था। बावजूद इसके नगर परिषद द्वारा इसको लेकर व्यवस्थाएं नहीं की गई। इसके पूर्व भी इस समस्या को लेकर समाचार प्रकाशित किया था।
केनाल में 4 से 5 दिनों का पानी शेष
इंदिरा सागर जलाशय के बैकवाटर को योजना स्थल पर केनाल के माध्यम से एकत्रित किया जाता है, लेकिन वर्तमान में केनाल में पानी काफी कम हो गया है। जिससे अब महज 4 से 5 दिनों तक ही नागरिकों को पानी का वितरण किया जा सकता है। आगामी व्यवस्थाओं को लेकर पानी का संग्रहण जरूरी है, लेकिन अव्यवस्थाओं के चलते यह संभव नहीं दिख रहा है। गर्मी में पानी नीचे जाने की स्थिति में जलाशय से केनाल तक पानी लाने के लिए अतिरिक्त बुलाई गई 12 हार्सपावर के तीन मोटर पंपों को निर्माण एजेंसी द्वारा भुगतान नहीं होने से पूर्व में ही निकालकर ले जाया गया। ऐसे में मुख्य नदी में मोटर डालकर पानी को एकत्रित करने के लिए नगर परिषद के पास मोटर उपलब्ध नहीं है। ऐसे में लंबी दूरी से पानी कैसे एकत्रित किया जाएगा एवं नागरिकों तक पानी कैसे पहुंचाया जाएगा, जिस पर संशय बना है।
..तो प्रक्रियाओ में ही लग जाएगा समय
ग्रीष्मकाल में समस्या होने की जानकारी होने के बावजूद नगर परिषद द्वारा पूर्व में व्यवस्था नहीं की गई। निर्माण एजेंसी द्वारा मोटर पंप निकालकर ले जाने के बाद वैकल्पिक रूप से कोई व्यवस्था नहीं की गई। ऐसे में अब यदि नगर परिषद निर्माण एजेंसी से मोटर लगवाई जाती है, तो इसके लिए उसका भुगतान करना पड़ेगा। यदि भुगतान नहीं हो पाता है, तो नगर परिषद को नई मोटर क्रय करनी पड़ेगी। जिसके लिए उन्हें निविदा, टेंडर व अन्य प्रक्रियाएं करनी पड़ेगी। जिसमे लंबा समय लगेगा, जबकि एक सप्ताह तक ही नागरिकों का जल वितरण हो सकता है। वहीं मोटर की व्यवस्था हो पाने पर भी उसे कार्यरूप में लाने में भी समय लगेगा।
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