सामूहिक इस्तीफे देने वाली भाजपा की इन जमीनी महिला कार्यकर्ताओं का आरोप था कि पार्टी में परिवारवाद के चलते हारे हुए नेताओं-पार्षदों की पत्नियों को प्रत्याशी बना दिए जाने से नुकसान होगा। पार्टी ने वार्डों के सर्वे, प्रत्याशियों की खराब छवि को भी ध्यान में नहीं रखा। रायशुमारी सिर्फ दिखावा रही और मनमाने तौर पर रिसोर्ट-होटल में बैठकर टिकट बांट दिए गए। पार्टी में हम जैसी जमीनी महिला कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर दिया गया।