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रेत व बजरा पर रोक से ग्रामीण क्षेत्रों में अटके निर्माण कार्य

locationहोशंगाबादPublished: Aug 11, 2018 06:12:02 pm

Submitted by:

govind chouhan

एनजीटी की रेत उठाव की रोक के चलते निर्माण कार्य के लिए रेत का टोटा, ग्राम पंचायतें नहीं उठा पा रही रेत

patrika

रेत व बजरा पर रोक से ग्रामीण क्षेत्रों में अटके निर्माण कार्य

सोहागपुर. एनजीटी के मानसून में रेत के उठाव पर रोक लगाने के चलते ग्रामीण क्षेत्र में पूरे शासकीय निर्माण अटके हुए हैं, जिनमें सामुदायिक व व्यक्तिगत निर्माण कार्य शामिल हैं। पत्रिका पड़ताल में ज्ञात हुआ है कि सोहागपुर जनपद पंचायत क्षेत्रांतर्गत 80 फीसदी निर्माण कार्य अटके हैं। क्योंकि ग्राम पंचायतों को नदी, नालों से रेत व बजरा उठाव की अनुमति नहींं मिल पा रही है। जनपद पंचायत के कुछ सूत्रों ने बताया कि रेतचोरों से रेत लेते हैं तो कम से कम 2500 रुपए प्रति ट्राली मिल रही हैै, जो कि तीन से चार माह पूर्व एक हजार रुपए से 1200 रुपए प्रति ट्राली तक मिल रही थी। इस तरह से रेत के बढ़े भाव के चलते इस कीमत पर रेत लेना शासकीय कार्यों में संभव नहीं है। यदि ग्राम पंचायत रेत उठाव के लिए किसी नदी या नाले तक ट्रैक्टर-ट्राली पहुंचाती है तो इसके पकड़ाने की संभावना बढ़ जाती है। जिसके कारण पंचायतों ने भी निर्माण से हाथ खींच रखे हैं।

प्रभावित ये निर्माण
जानकारी अनुसार हितग्राही मूलक निर्माण कार्य में प्रधानमंंत्री आवास के कार्य शामिल हैं। जबकि सामुदायिक निर्माण में भवन निर्माण व रोड निर्माण आदि शामिल हैं। बताया जाता है कि कुछ पंचायत सचिवों व ग्राम पंचायत सरपंचों ने रेत उठाव की अनुमति के लिए एसडीएम व जपं सीईओ को पत्र भी दिए, लेकिन अनुमति नहीं मिल सकी है। जिसके चलते व्यक्तिगत से लेकर सामुदायिक सभी प्रकार के निर्माण कार्य पिछले लगभग डेढ़ माह से अटके हैं।

एनजीटी की रोक
मामले में एसडीएम ब्रजेश सक्सेना ने बताया कि एनजीटी की रेत उठाव की बरसात के दिनों में रोक है। व्यक्तिगत कार्य के लिए हितग्राही अपने वाहन से रेत उठा सकता है, लेकिन वह भी अपने क्षेत्र के नदी या नाले से। अन्य क्षेत्र से रेत लाना प्रतिबंधित है। लेेकिन सामुदायिक कार्य में रेत कैसे लाई जाए, इस सवाल का जवाब एसडीएम भी नहीं दे सके।

इनका कहना है…
सामुदायिक कार्य के लिए पंचायतें अपने ही स्तर पर रेत की व्यवस्था करें। एनजीटी की रोक के चलते हम अनुमति देने में सक्षम नहीं हैं। कई स्थानों पर तो निर्माण चल रहे हैं, वे कैसे रेत ला रहे हैं।
-ब्रजेश सक्सेना, एसडीएम, सोहागपुर।

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