कभी यह थी हमारी पहचान
होशंगाबाद शहर की काली मिट्टी की सबसे बड़ी विशेषता इसमें हयूमस का होना है जिसमें सभी पोषण तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं। इसकी खासियत है कि 20 से 25 दिनों तक पानी डालने की जरूरत नहीं होती है। ये सबसे अच्छी क्ववालिटी की मिट्टी मानी जाती है। इस मिट्टी का गेंहू और चने की उपज विश्व प्रसिद्ध है।
ये मिट्टी भी है खास
जिला समन्वय जैव विविधता आर.आर सोनी ने बताया काली मि_ी, रेतीली मिट्टी, दोमट मिट्टी एवं सफेद मिट्टी मुख्यत: होती है। काली मिट्टी से रवि की फसल व दोमट मिट्टी से खरीफ की फसल पैदावार होती है।
होशंगाबाद शहर की काली मिट्टी की सबसे बड़ी विशेषता इसमें हयूमस का होना है जिसमें सभी पोषण तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं। इसकी खासियत है कि 20 से 25 दिनों तक पानी डालने की जरूरत नहीं होती है। ये सबसे अच्छी क्ववालिटी की मिट्टी मानी जाती है। इस मिट्टी का गेंहू और चने की उपज विश्व प्रसिद्ध है।
ये मिट्टी भी है खास
जिला समन्वय जैव विविधता आर.आर सोनी ने बताया काली मि_ी, रेतीली मिट्टी, दोमट मिट्टी एवं सफेद मिट्टी मुख्यत: होती है। काली मिट्टी से रवि की फसल व दोमट मिट्टी से खरीफ की फसल पैदावार होती है।
यह हैं पोषक तत्व
१. प्राथमिक पोषक तत्व : नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश।
२. द्वितीय पोषक तत्व : कैल्शियम, सल्फर, मैग्रीसियम और सिलिकॉन।
३. सूक्ष्म पोषक तत्व : बोरॉन, क्लोरीन, मैगनीज, लोहा, जस्ता, तांबा, मॉलिब्डेनम, निकल सेलेनियम और सोडियम।
१. प्राथमिक पोषक तत्व : नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश।
२. द्वितीय पोषक तत्व : कैल्शियम, सल्फर, मैग्रीसियम और सिलिकॉन।
३. सूक्ष्म पोषक तत्व : बोरॉन, क्लोरीन, मैगनीज, लोहा, जस्ता, तांबा, मॉलिब्डेनम, निकल सेलेनियम और सोडियम।