जानकारी के अनुसार मंगलवार दोपहर करीब १२.३० बजे किसी मामले को लेकर ४८ वर्षीय बहादुर पटेल पुत्र कन्हैया पटेल निवासी गुर्जरखेड़ी सोहागपुर थाने पहुंचा था। लोग कुछ समझ पाते इसके पहले ही उसने स्वयं के ऊपर ज्वलनशील पदार्थ डालकर अपने शरीर पर आग लगा ली। घटना के बाद यहां खड़े लोगों में हड़कंप मच गया।
पुलिसकर्मियों ने लगाई दौड़
घटना की जानकारी लगते ही थाने में मौजूद लोगों ने मौके पर पहुंचकर शरीर में लगी आग को बुझाया और उपचार के लिए सोहागपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया, यहां उसकी हालत गंभीर रही। प्राथमिक उपचार के बाद उसे होशंगाबाद रैफर कर दिया।
घटना की जानकारी लगते ही थाने में मौजूद लोगों ने मौके पर पहुंचकर शरीर में लगी आग को बुझाया और उपचार के लिए सोहागपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया, यहां उसकी हालत गंभीर रही। प्राथमिक उपचार के बाद उसे होशंगाबाद रैफर कर दिया।
नायब तहसीलदार पहुंचे अस्पताल, नहीं ले सके बयान
वहीं मामले की सूचना मिलते ही नायाब तहसीलदर अब्दुल हमीद खान अस्पताल में पटेल के बयान लेने के लिए पहुंचे थे। जहां हालत गंभीर होने के कारण उसके बयान नहीं हो सके।
वहीं मामले की सूचना मिलते ही नायाब तहसीलदर अब्दुल हमीद खान अस्पताल में पटेल के बयान लेने के लिए पहुंचे थे। जहां हालत गंभीर होने के कारण उसके बयान नहीं हो सके।
कर दिया रैफर
आग लगने के बाद से गंभीर हालत होने पर प्राथमिक उपचार के बाद बहादुर सिंह को होशंगाबाद रैफर कर दिया गया है। जहां पर उसका उपचार करने के बाद बयान लिए जाएंगे।
आग लगने के बाद से गंभीर हालत होने पर प्राथमिक उपचार के बाद बहादुर सिंह को होशंगाबाद रैफर कर दिया गया है। जहां पर उसका उपचार करने के बाद बयान लिए जाएंगे।
अब तक कारण अज्ञात
बहादुर की हालत गंभीर होने के कारण उसके बयान नहीं हो सके, इसलिए आग लगाने का कारण अब तक पता नहीं चल सका। बहादुर के छोटे भाई ने दी जानकारी
होशंगाबाद अस्पताल में उपचार के लिए आए बहादुर के छोटे भाई ने बताया कि बड़े भाई अक्सर थाने जाते थे, किसी बात को लेकर टीआई ने उनको मार दिया, और कहा कि जो हो सके सो कर लेना। इसके बाद भाई ने केरोसिन डालकर खुद को आग लगा ली।
बहादुर की हालत गंभीर होने के कारण उसके बयान नहीं हो सके, इसलिए आग लगाने का कारण अब तक पता नहीं चल सका। बहादुर के छोटे भाई ने दी जानकारी
होशंगाबाद अस्पताल में उपचार के लिए आए बहादुर के छोटे भाई ने बताया कि बड़े भाई अक्सर थाने जाते थे, किसी बात को लेकर टीआई ने उनको मार दिया, और कहा कि जो हो सके सो कर लेना। इसके बाद भाई ने केरोसिन डालकर खुद को आग लगा ली।