scriptमुख्यमंत्री की कांग्रेस सांसद को दो टूक- भरोसा नहीं है तो आलाकमान के पास जाओ | Captain Amarinder singh attacks after pratap singh bajwa letter to DGP | Patrika News

मुख्यमंत्री की कांग्रेस सांसद को दो टूक- भरोसा नहीं है तो आलाकमान के पास जाओ

locationहोशियारपुरPublished: Aug 11, 2020 09:45:00 pm

Submitted by:

Bhanu Pratap

प्रताप सिंह बाजवा की सुरक्षा में सीआईएसएफ के 25 जवान तैनात, इसलिए राज्य पुलिस के छह कर्मी हटाए, डीजीपी पर अंगुली उठाना गलत

Captain Amarinder singh

Captain Amarinder singh

होशियारपुर/चंडीगढ़। कांग्रेस के संसद सदस्य प्रताप सिंह वाजवा अपनी सुरक्षा हटाए जाने से नाराज हैं। उन्होंने पंजाब के पुलिस महानिदेशक दिनकर गुप्ता को पत्र लिखकर उनकी निष्पक्षता पर अंगुली उठाई है। इसके बाद पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने मंगलवार को प्रताप सिंह बाजवा को नसीहत दी- मैं राज्य का मुख्यमंत्री और गृहमंत्री हूं। अगर राज्य सरकार के खिलाफ कोई शिकायत है तो मुझसे संपर्क स्थापित करें या दिल्ली में पार्टी आलाकमान के पास जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सभा सदस्य की बौखलाहट ज़ाहिर होती है। उनकी तरफ से बोला जाता झूठ सबके सामने आ गया है।
विरोधी पार्टी भी बदलाखोरी का इल्जाम नहीं लगा सकतीं

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि बाजवा के ख़ुद के कहने के मुताबिक वह तथाकथित राजनैतिक-पुलिस-नशों का गठजोड़, नाजायज़ शराब का उत्पादन और नाजायज़ माइनिंग जो कि पंजाब में सरकारी सरपरस्ती अधीन हो रही है, के खि़लाफ़ आवाज़ उठा रहे हैं। परन्तु यदि सरकार ने बाजवा के खि़लाफ़ कोई बदले वाली कार्यवाही करनी होती तो उसकी तरफ से केंद्र द्वारा बाजवा को सुरक्षा मुहैया करवाए जाने का इंतज़ार न किया जाता। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि,‘‘क्या हमने आपकी तरफ से हमेशा राज्य सरकार की आलोचना किये जाने को बर्दाश्त नहीं किया?’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की विरोधी पार्टियाँ भी उनकी सरकार पर बदलाखोरी का इल्ज़ाम नहीं लगा सकतीं।
सुरक्षा में सीआईएसएफ के 25 जवान, इसीलिए पुलिस हटाई

राज्य सरकार द्वारा दी गई सुरक्षा वापस लेने का फ़ैसला बतौर गृह मंत्री उनका था, जो कि पंजाब पुलिस से मिली इंटेलिजेंस की जानकारी पर आधारित था। डी.जी.पी. पर बाजवा द्वारा निजी हमला करना न सिर्फ गलत है बल्कि कांग्रेस पार्टी, जिसके बाजवा ख़ुद भी वरिष्ठ सदस्य हैं, की रिवायतों के बिल्कुल खि़लाफ़ हैं। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि पंजाब में बाजवा अकेले व्यक्ति नहीं हैं जिनकी सुरक्षा कोविड महामारी के सामने आने के बाद वापस ली गई है। इसके पीछे कारण यह था कि कोविड की स्थिति को देखते हुए और राज्य के हितों के मद्देनजऱ 6500 पुलिस कर्मचारी पूरे राज्य में सुरक्षा ड्यूटी से वापस ले लिए गए थे। जहाँ तक बाजवा की बात है, तो उपरोक्त में उनके सुरक्षा कर्मियों की संख्या सिर्फ छह थी। दूसरी बात बाजवा की प्रांतीय पुलिस सुरक्षा वापस लेने का फ़ैसला राज्य सभा सदस्य को केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से जेड सुरक्षा के अधीन सी.आई.एस.एफ. की तरफ से 25 सुरक्षा कर्मी (समेत दो एस्कॉर्ट ड्राईवर और एक कार) देने के बाद ही लिया गया।
क्या है मामला

बता दें कि बाजवा ने जहरीली शराब को लेकर पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर से मुलाकात कर कार्रवाई की मांग की थी। यह एक तरह से मुख्यमंत्री के खिलाफ शिकायत थी। इसी के बाद से मुख्यमंत्री ने कड़ा रुख अपनाया है। सांसद लगातार विरोध जता रहे हैं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो