क्या है मामला मनीमाजरा निवासी गुरदीप सिंह ने सीबीआई को शिकायत दी थी कि एसएचओ जसविंदर कौर ने उसके खिलाफ आई एक शिकायत से उसे बचाने के लिए पांच लाख रुपये की रिश्वत मांगी है। जसविंदर ने उसे बताया था कि उसके खिलाफ किसी ने शिकायत दी है कि गुरदीप ने नौकरी लगवाने के लिए उससे दस से 15 लाख रुपये मांगे है। गुरदीप ने बताया कि जसविंदर ने उसे केस से बचाने के लिए पांच लाख रुपये रिश्वत मांगी। दोनों के बीच डील फिक्स हो गई। इसके बाद गुरदीप ने इसकी शिकायत सीबीआई को दे दी। जब जसविंदर ने किसी तीसरे व्यक्ति भगवान सिंह को रिश्वत की पहली किश्त एक लाख रुपये लेने के लिए भेजा तो सीबीआई ने उसे रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। सीबीआइ ने उसे पंजाब के मोहाली जिले के पास से रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। भगवान सिंह ने पूछताछ में कबूल किया है कि वह एसएचओ जसविंदर कौर के कहने पर ही पैसे लेने के लिए आया था।
सीबीआई के समक्ष पेश नहीं हुई जसविंदर कौर इसके बाद सीबीआई ने मनीमाजारा की एसएचओ जसविंदर कौर के ऑफिस और सेक्टर-22 स्थित घर को सील कर दिया। मनीमाजरा थाने में पूरी रात सीबीआई ने जांच की। मंगलवार सुबह सर्च पूरी हुई। इसके साथ ही 30 जून को अपराह्न तीन बजे तक उन्हें सीबीआई के कार्यालय में उपस्थित होने के लिए भी कहा। इंस्पेक्टर ने सीबीआई के समक्ष आना उचित नहीं समझा। सीबीआई ने पांच लाख रूपये रिश्वत लेने के मामले में जसविंदर कौर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।