पिस्तौल और 24.50 लाख रुपये बरामद डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया कि रैकेट का पर्दाफाश करने वाली जालंधर पुलिस (ग्रामीण) ने गिरफ्तार किये तीन मुलजिमों के पास से चीन के बने एक 0.30 बोर पिस्तौल समेत 5 जिंदा कारतूस और 24.50 लाख रुपए बरामद किये थे। डीजीपी ने बताया कि दोषियों की पहचान सुरमेल सिंह, गुरजंट सिंह और राजस्थान के गंगानगर जिले में रावला मंडी के निवासी बीएसएफ सिपाही राजिन्दर प्रसाद के तौर पर हुई है।
दो तस्करों ने खोला राज
जालंधर ग्रामीण पुलिस ने 26 जुलाई को सूचना के आधार पर कार्यवाही करते हुए दो तस्करों को गिरफ्तार किया था, जो दिल्ली से कार में आ रहे थे। तलाशी के दौरान पुलिस ने उनकी कार में से 25 ग्राम हेरोइन बरामद की। पूछताछ करने पर दोनों ने अपनी पहचान सुरमेल सिंह और गुरजंट सिंह के तौर पर बताई। और पूछताछ के बाद पुलिस ने सुरमेल के पास से .30 बोर पिस्तौल समेत 5 जिंदा कारतूस और 35 ग्राम हेरोइन बरामद की।
जालंधर ग्रामीण पुलिस ने 26 जुलाई को सूचना के आधार पर कार्यवाही करते हुए दो तस्करों को गिरफ्तार किया था, जो दिल्ली से कार में आ रहे थे। तलाशी के दौरान पुलिस ने उनकी कार में से 25 ग्राम हेरोइन बरामद की। पूछताछ करने पर दोनों ने अपनी पहचान सुरमेल सिंह और गुरजंट सिंह के तौर पर बताई। और पूछताछ के बाद पुलिस ने सुरमेल के पास से .30 बोर पिस्तौल समेत 5 जिंदा कारतूस और 35 ग्राम हेरोइन बरामद की।
पाकिस्तान से जुड़े तार
आगे की जांच के दौरान दोनों मुलजिमों ने यह भी खुलासा किया कि वह तरन तारन जिले के गाँव नारली के रहने वाले सरहद पार के तस्कर सतनाम सिंह उर्फ सत्ता के साथ काम करते थे, जोकि हेरोइन और हथियारों की तस्करी के लिए पाक आधारित तस्करों के साथ नज़दीकी रूप से जुड़ा हुआ था। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि बीएसएफ का सिपाही राजेंद्र प्रसाद भी तस्करी रैकेट का हिस्सा था। बीएसएफ कांस्टेबल तरन तारन जिले के गाँव छीना में एक सरहदी चौकी में तैनात था।
आगे की जांच के दौरान दोनों मुलजिमों ने यह भी खुलासा किया कि वह तरन तारन जिले के गाँव नारली के रहने वाले सरहद पार के तस्कर सतनाम सिंह उर्फ सत्ता के साथ काम करते थे, जोकि हेरोइन और हथियारों की तस्करी के लिए पाक आधारित तस्करों के साथ नज़दीकी रूप से जुड़ा हुआ था। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि बीएसएफ का सिपाही राजेंद्र प्रसाद भी तस्करी रैकेट का हिस्सा था। बीएसएफ कांस्टेबल तरन तारन जिले के गाँव छीना में एक सरहदी चौकी में तैनात था।
राजस्थान से बीएसएफ का सिपाही गिरफ्तार डीजीपी ने कहा कि उन्होंने बीएसएफ और राजस्थान में अपने हमरुतबा, डीजीपी बीएसएफ और डीजीपी राजस्थान के साथ संपर्क किया और उक्त बीएसएफ सिपाही की गिरफ्तारी को यकीनी बनाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का सहयोग भी लिया, जिसको 28 जुलाई को पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जो कि रावला मंडी स्थित अपने आवास पर अपनी छुट्टी काट कर रहा था।
सिपाही राजेन्द्र ने क्या किया
पूछताछ के दौरान राजेन्द्र ने बताया कि उसको सतनाम सिंह उर्फ सत्ता द्वारा नशा तस्करी के रैकेट में भर्ती किया गया था, जिसने अपने बॉर्डर पोस्ट के द्वारा हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी में मदद के बदले उसको पैसे देने का वादा किया था। फिर उसने मई में 17 किलोग्राम हेरोइन और 2 विदेशी पिस्तौल प्राप्त करने में गिरोह की मदद की।
पूछताछ के दौरान राजेन्द्र ने बताया कि उसको सतनाम सिंह उर्फ सत्ता द्वारा नशा तस्करी के रैकेट में भर्ती किया गया था, जिसने अपने बॉर्डर पोस्ट के द्वारा हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी में मदद के बदले उसको पैसे देने का वादा किया था। फिर उसने मई में 17 किलोग्राम हेरोइन और 2 विदेशी पिस्तौल प्राप्त करने में गिरोह की मदद की।
नकदी बरामद
इस बार फिर सतनाम सिंह ने राजेंद्र प्रसाद, सुरमेल सिंह और गुरजंट सिंह के साथ मिलकर अपने पाक आधारित हैंडलरों से हेरोइन और हथियारों की एक और खेप लेनी थी। सतनाम सिंह उर्फ सत्ता ने इस खेप की रसीद और प्रबंधन के लिए राजेंद्र प्रसाद को 5 लाख रुपए और एक मोबाइल फोन पहले दिया था। 24.5 लाख रुपए में से 15 लाख रुपए सतनाम सिंह के आवास से, 5 लाख रुपए बीएसएफ के कांस्टेबल से और 4.5 लाख रुपए गुरजंट सिंह के पास से बरामद किये गए हैं।
इस बार फिर सतनाम सिंह ने राजेंद्र प्रसाद, सुरमेल सिंह और गुरजंट सिंह के साथ मिलकर अपने पाक आधारित हैंडलरों से हेरोइन और हथियारों की एक और खेप लेनी थी। सतनाम सिंह उर्फ सत्ता ने इस खेप की रसीद और प्रबंधन के लिए राजेंद्र प्रसाद को 5 लाख रुपए और एक मोबाइल फोन पहले दिया था। 24.5 लाख रुपए में से 15 लाख रुपए सतनाम सिंह के आवास से, 5 लाख रुपए बीएसएफ के कांस्टेबल से और 4.5 लाख रुपए गुरजंट सिंह के पास से बरामद किये गए हैं।