काफी समय बाद परिजनों को जब बच्चे का अता-पता नहीं चला तो उन्होंने शिकायत दर्ज कराई। बच्चे की गुमशुदगी की जांच कर रहे अधिकारियों को चार दिन बाद उसकी लाश मिली। जिसके बाद अधिकारियों ने बच्चे के हत्यारों की धर-पकड़ के लिए जांच शुरू की और तीनों दोषियों को गिरफ्तार कर लिया। तीनों आरोपियों पर कुकर्म और हत्या का आरोप तय किया गया। तीनों आरोपियों को राजधानी सना के एक भीड़-भाड़ वाले चौराहे पर लाया गया और सरेआम 5-5 गोलियां मारी गईं। गोली मारने के बाद तीनों आरोपियों के शवों को एक साथ क्रेन पर लटका दिया गया।
गौरतलब है कि यमन के साथ-साथ अन्य अरब देशों में भी ऐसे जघन्य अपराध करने वाले दोषियों को सरेआम मौत की सज़ा दी जाती है। यहां के कानून के मुताबिक दोषियों को सिर कलम जैसी क्रूर सज़ा भी दी जाती है। बताते चलें कि कुछ ही दिन पहले एक अन्य अरब देश सऊदी अरब में महिला की हत्या के आरोप में दोषी का सिर कलम कर दिया गया था, जिसके बाद उसके शव को बीच चौराहे पर लटका दिया गया था। इन देशों में ऐसी सज़ा देने के पीछे अपराध को रोकने का उद्देश्य होता है, ताकि अपराधी किसी भी अपराध को अंजाम देने से पहले लाख बार सोचें।