बताया जाता है कि बुजुर्ग महिला को नौ महीने के अंदर तीन बार कोरोना हुआ, लेकिन हर बार वह ठीक होकर घर लौट गईं। मारिया पहली बार फरवरी में कोरोना से संक्रमित हुई थीं। उनकी बेटी कार्ला का कहना है कि उन्होंने अपनी मां को फरवरी में सोंडालो में अस्पताल में भर्ती कराया था। उस वक्त बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित बुजुर्गों की मौत हो रही थी। इसलिए सभी उनके लिए चिंतित थे। मगर इन सबके बीच उनकी मां ने तेजी से रिकवर किया। डॉक्टरों के मुताबिक इतनी उम्रदराज व्यक्ति को कोरोना से इतनी जल्दी ठीक होते हुए उन्होंने पहली बार देखा था। मारिया के स्वस्थ होने से उनकी बेटी समेत परिवार के दूसरे लोग काफी खुश थे। जुलाई में उन्होंने अपना 101वां जन्मदिन भी मनाया था।
कोरोना का कहर मारिया के लिए यही नहीं थमा। वह सितंबर में दोबारा संक्रमित हो गई। मगर पिछली बार की तरह इस बार भी वह ठीक होकर घर लौट आईं। अब नवंबर में तीसरी बार उन्हें कोरोना ने जकड़ लिया। उनका टेस्ट पॉजिटिव आया। फिलहाल वह घर पर बेड रेस्ट कर रही हैं। उनके स्वास्थ में तेजी से सुधार हो रहा है। मालूम हो कि मारिया के अलावा भारत के केरल के अलुवा में रहने वाले 103 साल के एक शख्स और महाराष्ट्र के ठाणे की 106 साल की आनंदी बाई ने भी कोरोना को मात दी थी।