मालूम हो कि केरल में जिस शख्स ने कोरोना को मात दी है, उनका नाम पुराकट्ट वीट्टिल परीद है। उनका इलाज कोच्चि में गवर्मेंट मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में चल रहा था। 20 दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहने के बाद ये पूरी तरह स्वस्थ हो गए। इन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। इस बात पर प्रदेश की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने भी खुशी जाहिर की। उनका कहना है कि 103 साल के मरीज का रिकवर करना पूरे केरल के लिए बड़ी उपलब्धि है।
स्वास्थ मंत्री शैलजा ने इसके लिए मेडिकल कॉलेज के हेल्थ वर्कर्स के काम की सराहना की। उन्होंने कहा कि उनकी ओर से की गई देखभाल का नतीजा है कि मरीज ठीक हो गए। यह अस्पताल के हेल्थ वर्कर्स की निष्ठा को दर्शाता है। एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक बुजुर्ग के इलाज के दौरान 12 सदस्यों का एक मेडिकल बोर्ड उनकी तबीयत पर नजर रख रहा था। उनमें कोरोना वायरस के हल्के लक्षण थे। वैसे केरल में इससे पहले भी कई बुजुर्ग कोरोना को मात दे चुके हैं। इनमें 105 साल की एक बुजुर्ग महिला, 93 और 88 साल के एक दंपति भी शामिल हैं।