इस अजीबो—गरीब बीमारी की शिकार युवती बिहार के सारण जिले के गरखा की रहने वाली है। उसकी उम्र 18 साल है। वह पिछले एक महीने से पेट दर्द से परेशान थी। दवा खाने के बावजूद दर्द से राहत न मिलने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस के डॉक्टरों ने युवती के पेट की स्कैनिंग की तो पता चला कि बालों का गुच्छा जमा हुआ है। युवती की सर्जरी की गई। चिकित्सकों ने युवती के पेट और इंटेस्टाइन में मौजूद बालों का भारी भरकम गुच्छा निकाला।
डॉक्टरों के मुताबिक युवती रिपुंजल सिंड्रोम से पीड़ित है। चिकित्सकीय भाषा में इसे ट्राइकोबिजोर (पेट में बाल का गुच्छा) जाना जाता है। यह दुर्लभ बीमारी है, जो 10 लाख में से एक मरीज में देखने को मिलती है। इस दौरान पीड़ित जाने-अनजाने अपने सिर के बाल खाते रहते हैं। धीरे-धीरे बाल पेट में जमा होने लगता है और गुच्छा बनने लगता है। अधिकतर यह मानसिक रोग (ट्राइकोफेजिया) से ग्रसित लड़कियों में होता है। अमूमन यह बीमारी किशोरावस्था की लड़कियों में भी देखने को मिलती है।