ये पांच लोग जानवरों की खाल और दूसरी चीजें बेचकर मुनाफा कमाना चाहते थे। इसी के चलते उन्होंने जाल बिछाकर तेंदुए को अपना शिकार बनाया। आरोपियों ने अपने घर के पास खेत में लगभग 100 मीटर का जाल बिछाया था, जिसमें तेंदुआ फंस गया। उन्होंने उसे मारकर पकाया और उसका मीट खाया। आरोपियों की पहचान विनोद, कुरीकोस, बीनू, कुंजप्पन और विन्सेन्ट के रूप में हुई है। बताया जाता है कि तेंदुए का वजन लगभग 50 किलो था।
पुलिस को आरोपी विनोद के घर से 10 किलो तेंदुए का मांस भी बरामद हुआ है। उन्होंने तेंदुए की हत्या करने के बाद उसके दांत, नाखून और खाल को अलग कर लिया था। जिससे वो इसे आसानी से बाजार में बेच सकें। खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर वन विभाग की ओर से इन 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मालूम हो कि तेंदुए को भारतीय वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की अनुसूची 1 में सूचीबद्ध किया हुआ है। ऐसे में इसका शिकार करने पर अपराधी को 7 साल की सजा का प्रावधान है।