सूर्यप्रभा नाम का यह मासूम अब इस दुनिया को छोड़कर जा चुका है और वह चंद लोगों की नजरअंदाजी की वजह से। पिछले कई दिनों से उसे बुखार था। दवाइयां देने के बावजूद कुछ खास असर नहीं हुआ। इधर शनिवार से उसकी हालत और भी बिगड़ती गई। परेशान माता-पिता कोलकाता शहर के तीन अस्पतालों के चक्कर पहले ही काट चुके थे और फिर किसी प्राइवेट हॉस्पिटल में उसे एडमिट कराया गया।
कोलकाता के निऊटाउन इलाके में स्थित इस अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा कि इन्सेफेलाइटिस से पीड़ित है सूर्यप्रभा। उस अस्पताल में इस रोग से संबंधित चिकित्सा मौजूद न होने के चलते मासूम को अपोलो में उसे ले जाया गया। वहां कुछ टेस्ट वगैरह हुए। शनिवार को बच्चे को अपोलो में भर्ती कराया गया, लेकिन वहां उस वक्त कोई निउरो सर्जन मौजूद नहीं था। सोमवार को जाकर एक डॉक्टर मिला। हालांकि तब तक बहुत देर हो चुकी थी और सूर्यप्रभा जिंदगी की जंग हार चुका था।
उसके मां-बाप पर इतना कुछ बीतने के बावजूद उन्होंने अपनी जिम्मेदारी से मुंह नहीं मोड़ा। उन्होंने फैसला लिया कि वह अपने मृत बेटे का अंगदान करेंगे। राज्य में पहली बार ऐसा हुआ जब इतने छोटे बच्चे के अंगदान करने की बात कही गई। हालांकि इस बारे में अभी बातचीत जारी है।