शारदीय विषुव autumnal equinox में पड़ने वाले फूल मून को हार्वेस्ट मून के नाम से जाना जाता है। इसकी शुरुआत शुक्रवार की रात 11 बजे से होगी, जो कि सुबह 3:50 तक रहेगी। जानकारों के मुताबिक इस बार हार्वेस्ट मून पर एक और संयोग पड़ रहा है वो शुक्रवार को 13 तारीख का होना। ऐसा संयोग इससे पहले साल 2000 में बना था। वहीं ऐसा मेल अब साल 2049 में बनेगा।
नासा के मुताबिक हार्वेस्ट मून एक प्रतीकात्मक नाम है। क्योंकि जाड़े की शुरुआत के दौरान कई बार किसान रात में चांद की रौशनी में काम करते हैं। ऐसे में फुल मून पड़ने पर उनका काम आसान हो जाता है। नासा के वैज्ञानिकों के मुताबिक इस बार आम लोग हार्वेस्ट मून को आंखों से देख सकते हैं। इसे देखने का मुख्य समय रात 12:33 मिनट होगा।
वहीं हिंदू विद्वानों के अनुसार 13 तारीख को अपशगुन का कारण माना जाता है। मलमास के शुरू होने से ये दिन वैसे भी अशुभ हो जाएंगे। ऐसे में फुल मून के दिखने से ये रात भारी होने वाली है। इस दौरान नकारात्मक शक्तियों का प्रकोप हावी होगा। इससे बचने के लिए हनुमान और काली कवच का पाठ करें।