यह भी पढ़े :— इस महिला ने बनाया अनोखा मास्क, पीएम मोदी भी तारीफ करने से नहीं रोक पाए खुद को
हाथी ने बचाई थी जान
अख्तर इमाम ऐरावत संस्था के मुख्य प्रबंधक है, जिन्होंने अपना सब कुछ हाथियों के नाम दिया है। उनके बारे में कहा जाता है कि वह 12 साल के थे। तब से वो हाथियों की सेवा कर रहे हैं। खबरों के अनुसार एक बार एक जानवर ने उनपर हमला कर दिया था। एक हाथी ने ही उन्हें बचाया था। एक रिपोर्ट के मुताबिक, 50 साल के इमाम बिहार से नैनिताल शिफ्ट हो गए। यहां वो हाथियों का ध्यान रखते हैं। अख्तर ने एक इंटरव्यू में बताया कि रामनगर हाथियों का हॉटस्पॉट एरिया है। यहां जब कोई हाथी यूज का नहीं रहता तो लोग उन्हें छोड़ भी देते हैं। मैं उनके लिए एक ऐसा गांव खोलना चाहता हूं जो हाथियों की अच्छी से देखभाल की जा सके।
सरकार से मांगी मदद
खबरों के अनुसार, इमाम ने इस पर अपना काम शुरू कर भी दिया है। बताया जा रहा है कि उनके पास गुलाबो, फूलमाला, मोती और रानी है, जिन्हें उन्होंने 10 एकड़ लीज पर जमीन लेकर उनके रहने के लिए शानदार जगह बनाई है। कहा तो यह भी जा रहा है कि इमाम सरकार से मदद मांगने को लेकर भी कोशिश कर रहे हैं। चीफ वाइल्डलाइफ वार्डन को उन्होंने इसे लेकर पत्र भी लिखा है। माना जा रहा है जल्द ही उनको सहायता के रूप में मिलने वाला है।