क्यों हो रही है जांच?
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के परिवार द्वारा संचालित तीन ट्रस्टों के खिलाफ धन-शोधन कानून और दूसरे कई कानून के प्रावधानों के उल्लंघन के आरोप लगे हैं। इन ट्रस्टों के खिलाफ सरकार की अलग-अलग एजेंसियों और अलग अलग विभागों द्वारा की जांच की जा रही है। इस जांच कमेटी के अध्यक्ष प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के विशेष निदेशक को बनाया गया है। सरकार ने इन आरोपों के बारे में विस्तार से नहीं बताया है, लेकिन राजीव गांधी फॉउंडेशन (Rajiv Gandhi Foundation) पर पिछले दिनों सत्तारूढ़ बीजेपी के कई बड़े नेताओं ने कई आरोप लगाए।
क्या करती हैं ये तीनों संस्थाएं ?
राजीव गांधी फाउंडेशन (Rajiv Gandhi Foundation), राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट (Rajiv Gandhi Charitable Trust) और इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्रस्ट (Indira Gandhi Memorial Trust) सबका काम अलग है। इनमें से दो की स्थापना कांग्रेस पार्टी के कार्यकाल में हुआ है। जबकी एक को बीजेपी के कार्यकाल में बनाया गया है।
1- राजीव गांधी फाउंडेशन (Rajiv Gandhi Foundation)
राजीव गांधी फाउंडेशन (Rajiv Gandhi Foundation) की बात करें तो इसे कांग्रेस पार्टी के कार्यकाल में 21 जून, 1991 को किया गया था। ये पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के विचारों के अनुकूल कई तरह के शोध और सामाजिक सुधार के कार्य करती है।इस फाउंडेशन की अध्यक्ष सोनिया गांधी(soniya Gandhi) हैं। जबकी राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम इसके ट्रस्टियों में शामिल हैं।
इस संस्था का उद्देश्य देश के वंचित और कमसुविधा प्राप्त नागरिकों की मदद करना है। इसके लिए संस्था साक्षरता कार्यक्रम जैसे कई अभियान चला कर ऐसे लोगों के लिए अवसर बढ़ाने का काम करती है। बीते महीने ही इस पर बीजेपी ने सवाल उठाते हुए आरोप लगाए थे कि यह संस्था चीन से पैसा लेती है। हालांकि कॉन्ग्रेसी नेताओं ने इसका खंडन किया था। बता दें इस संस्था ने अगस्त 1991 में एक राजीव गांधी इंस्टीट्यूट फॉर कंटेम्पररी स्टडीज (RGICS) विचार मंच की स्थापना भी थी जिसका काम शोधकरना और शासन और लोकनीति के मुद्दों पर श्वेत पत्र जारी करना था।
2- राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट (Rajiv Gandhi Charitable Trust)
राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट (Rajiv Gandhi Charitable Trust) की बात करें तो इसे बीजेपी के कार्यकाल में साल 2002 में बनाया गया था। ये ट्रस्ट भी सामाजिक सुधार के ही क्षेत्र में काम करती है, लेकिन कुछ समय से ट्रस्ट का ध्यान उत्तर प्रदेश और हरियाणा में राजीव गांधी महिला विकास परियोजना और इंदिरा गांधी आई हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंट कार्यक्रमों पर केंद्रित है। इस ट्रस्ट की अध्यक्ष भी सोनिया गांधी है। वहीं राहुल गांधी ट्रस्टियों में से एक है।
राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट (Rajiv Gandhi Charitable Trust) पूरी तरह से एक गैरलाभकारी (Not for Profit) संस्था है । विकास के क्षेत्र के विशेषज्ञ दीप जोशी जिन्होंने साल 2009 में रोमन मैग्सैसे अवार्ड और साल 2010 में पद्मश्री अवार्ड हासिल किया था, वे ही इस ट्रस्ट के सीईओ हैं। इसके अलावा ट्रस्ट ने साल 2006 में इंदिरा गांधी आई हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर भी खोला है। इस समय देश में चार इस तरह के आंखों के अस्पताल हैं दो गुरुग्राम में, एक अमेठी में और एक लखनऊ में मौजूद हैं।
3- इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्रस्ट (Indira Gandhi Memorial Trust)
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi ) की 1984 में हत्या के बाद कांग्रेस के कार्यकाल में इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्रस्ट की स्थापना 1985 में गई। यह ट्रस्ट (Indira Gandhi Memorial Trust)
पूर्व पीएम इंदिरा गांधी के जीवन के आदर्शों को प्रचारित करने के साथ-साथ उनकी यादों को सहेजकर रखने का काम करती है। इस ट्रस्ट के जरिए कांग्रेस पार्टी नेहरू-गांधी के विचारों को लेकर शोध कराने से लेकर तमाम सामाजिक कार्य करने का काम करती है।
इसके अलावा हर साल इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्रस्ट (Indira Gandhi Memorial Trust) पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी फोटो प्रदर्शनी लगाता है। ये ट्रस्ट खास तौर पर शिक्षा के क्षेत्र के लिए काम करता है। इसने पहले केरल के कोटामंगलम में इंदिरा गांधी कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंस खोला और बीएड, डेंटल, और इंजीनियरिंग कॉलेज की भी स्थापना की. केरल के एक व्यवसायी और स्थानीय नेता केएम परीथ इस ट्रस्ट के अध्ययक्ष हैं।