जानकारी के मुताबिक, अमेरिका के टेनेसी शहर में रहने वाली टीना नामक महिला ने 1992 में एक महिला द्वारा फ्रीज कराए गए भ्रूण को 12 फरवरी, 2020 को ट्रांसप्लांट किया गया। यह अब तक का सबसे लंबे समय तक फ्रीज किया हुआ भ्रूण है, इसके 9 माह के बाद टीना ने 26 अक्टूबर को मॉली नामक बच्ची को जन्म दिया।
बता दे कि इसी तकनीक का उपयोग करके टीना ने पहली बच्ची को भी जन्म दिया था। लोकिन पहली बच्ची एमा का भ्रूण 24 साल पुराना था। टीना ने बताया कि उनके पति सिस्टिक फायब्रोसिस नामक बीमारी से पीड़ित हैं। जिससे संतान पैदा करने में उन्हें समस्या आ रही थी। इसलिए उन्हें दोबारा एम्ब्रयो फ्रीजिंग से बच्चे को जन्म देने का फैसला किया था।
टीना ने बताया कि इस तकनीक की जानकारी उन्हें उनके पिता से मिली। जिन्होनें इसके बारे में एक मैग्जीन में पढ़ा था। इसके बाद से हमने इस तकनीक के बारे में जानकारी इकट्ठा की और नेशनल एम्ब्रयो डोनेशन सेंटर पहुंचे. यहीं से आगे की प्रक्रिया शुरू हुई।
बता दें कि हमारे भारत में इस भ्रूण के बारे में इतनी खास जानकारी ना होने के चलते महिलाए इसे कंसीव नही करती है। लेकिन इसके सुरक्षित रखने के कई तरह के फायदे है। भ्रूण को फ्रीज कराने से भविष्य में जब भी आपको मां बनना हो तो इसका उपयोग किया जा सकता है। या फिर आप इसे किसी दूसरे को भी दे सकते है।