मामला अमेरिका (America) के टेक्सास का है। डॉक्टर्स का कहना है कि यह घटना इस बात का सबूत है कि मां के गर्भ में भी बच्चा संक्रमित हो सकता है। पिछले हफ्ते इटली के एक्सपर्ट ने भी कुछ ऐसे सबूत पेश किए थे जिससे पता चलता है कि कोरोना संक्रमण गर्भ में हो सकता है। उनके मुताबिक एचआईवी, जीका और कई अन्य वायरस भ्रूण को गर्भ में संक्रमित कर सकते हैं। इसलिए सावधानी बरतने की जरूरत है। हालांकि अभी भी कुछ अन्य डॉक्टर्स इस बात पर पूरी तरह से सहमत नहीं है। उनका कहना है कि बच्ची को संक्रमण मां के गर्भ से हुआ या जन्म लेने के बाद ये कहना मुश्किल है।
मालूम हो कि अमेरिका में जन्मी कोरोना पॉजिटिव बच्ची को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी और उसे बुखार भी हो गया। उसकी सुरक्षा के लिए उसे आईसीयू में रखा गया। डॉक्टरों ने गर्भनाल की जांच की तो उन्हें कोरोना वायरस की मौजूदगी का पता चला। हालांकि 21 दिनों के इलाज के बाद मां और बच्ची को घर भेज दिया गया है। अब दोनों स्वस्थ है, लेकिन चिकित्सकों ने उन्हें विशेष सावधानियां बरतने की सलाह दी है।