बताया जाता है कि पूर्वांचल में पिछले कुछ दिनों से भीषण गर्मी पड़ रही है। तापमान 44 डिग्री सेल्सियस के पास पहुंच गया। ऐसे में गर्मी के कारण चमगादड़ों को ब्रेन हैमरेज हो गया। हालांकि मामले की विस्तारपूर्वक जांच की जा रही है। मगर अभी तक इनकी मौत के पीछे बर्ड फ्लू की भी कोई संभावना सामने नहीं आई है।
एक्पर्ट्स के मुताबिक चमगादड़ों की इम्यूनिटी (शरीर की प्रतिरोधक क्षमता) इतनी ज्यादा होती है कि उन्हें कोई पैथोजन (वायरस या बैक्टीरिया) मार नहीं सकता है। ये वायरस या बैक्टीरिया फैलाने के कारण भले ही बन सकते हैं, लेकिन इसका असर खुद इन पर नहीं पड़ेगा।
गोरखपुर (Gorakhpur) के एक बगीचे में दर्जनों चमगादड़ों के शव मिले थे। इसके बाद बलिया और जौनपुर से भी चमगादड़ों की मौत की खबरें सामने आईं। इसके अलावा अप्रैल में सहारनपुर में भी चमगादड़ों की मौत हुई थी। हालांकि बाद में पता चला कि उनकी जान करंट लगने की वजह से गई है। इस वक्त गोरखपुर के अलावा अन्य जगहों के सैम्पल की जांच की जा रही है।