स्वस्थ भारत के तीन आयाम जनऔषधि, पोषण और आयुष्मान
बता दें कि आशुतोष कुमार सिंह सेहत के क्षेत्र में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ पिछले सात सालों से लगातार आवाज उठा रहे हैं। स्वस्थ भारत यात्रा के बारे में आशुतोष कहते हैं, “इस यात्रा से पहले हमने ‘स्वस्थ बालिका स्वस्थ समाज’ विषय को लेकर वर्ष 2017 में देशव्यापी स्वस्थ भारत यात्रा की थी। इस दौरान लाखों बालिकाओं से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष संवाद स्थापित कर बालिका स्वास्थ्य के मसले को एक दिशा एवं गति देने का हमने सार्थक प्रयास किया है। इसी कड़ी में एक बार फिर से हम स्वस्थ भारत यात्रा-2 लेकर लोगों को जागरूक करने निकलने वाले हैं।” उन्होंने कहा कि इस बार का ध्येय वाक्य ‘स्वस्थ भारत के तीन आयाम जनऔषधि, पोषण और आयुष्मान’ रखा गया है।
सस्ती दवाइयों की उपलब्धता है बहुत जरूरी
आशुतोष कहते हैं, “भारत जैसे देश में जहां पर महंगी दवाइयों के कारण करोड़ों लोग गरीबी रेखा के नीचे चले जा रहे हैं, वहां पर सस्ती दवाइयों की उपलब्धता बहुत जरूरी है। इसी जरूरत को ध्यान में रखकर हमने इस यात्रा के ध्येय वाक्य में जनऔषधि शब्द को जोड़ा है।” सबको समुचित पोषण मिले, यह भी बहुत जरूरी है। ‘पोषण’ को लेकर भी लोगों के मन में तमाम तरह की भ्रांतियां हैं। इन भ्रांतियों को दूर करना एवं स्वस्थ रहने के लिए स्वस्थ भोजन के तौर-तरीकों के बारे में लोगों को बताना जरूरी है।
1-1 रूपये का मिल रहा है सहयोग
इस यात्रा के बजट के बारे में आशुतोष की पत्नी कहती हैं, “इस यात्रा में लोगों से सहयोग के लिए ‘1 रुपया, 1 कदम’ के नाम से सोशल मीडिया पर हमने कैम्पेन शुरू किया है। हमें उम्मीद है कि लोगों के दिए 1-1 रुपये के सहयोग से हम यह यात्रा सार्थक तरीके से पूरी करेंगे।” बता दें कि आशुतोष ‘कंट्रोल मेडिसिन मैक्सिमम रिटेल प्राइस’, ‘जेनरिक मेडिसिन लाइए पैसा बचाइए’, ‘नो योर मेडिसिन (अपनी दवा को जानें)’, ‘नो योर फार्मासिस्ट’, ‘नो योर डॉक्टर’, ‘स्वस्थ बालिका स्वस्थ समाज’, मानसिक स्वास्थ्य जानें, समझे, बताएं एवं अब ‘स्वस्थ भारत के तीन आयाम : जनऔषधि, पोषण और आयुष्मान’ जैसे जनसरोकारी कैम्पेन्स के माध्यम से देश के लोगों को जागरूक करने का काम कर रहे हैं।