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स्वस्थ रह सकें लोग इसलिए 21 हजार किलोमीटर सफर करेगा ये कपल, 30 जनवरी को साबरमती से शुरू होगी यात्रा

Published: Jan 28, 2019 04:34:58 pm

Submitted by:

Neeraj Tiwari

30 जनवरी को साबरमती आश्रम से 90 दिनों की यह यात्रा शुरू होगी और 29 अप्रैल को दिल्ली में यह यात्रा संपन्न होगी।

bihar couple will start swasth bharat yatra of 21 thousands km

स्वस्थ रह सकें लोग इसलिए 21 हजार किलोमीटर सफर करेगा ये कपल, 30 जनवरी को साबरमती से शुरू होगी यात्रा

नई दिल्ली। कहा जाता है कि अगर आपका हौसला बुलंद हो और कुछ कर गुजरने का संकल्प हो तो हर बाधा आपको आपकी मंजिल की ओर ले जाने में सहयोगी सिद्ध होती है। मुश्किलों से आपकी दोस्ती हो जाती है और जीवन-राह आसान। ऐसा ही कुछ करने को ठानी है कि बिहार के सीवान से ताल्लुक रखने वाले आशुतोष कुमार सिंह और उनकी पत्नी प्रियंका सिंह ने। इस सिंह दंपति ने 21,000 किलोमीटर की ‘स्वस्थ भारत यात्रा-2’ का संकल्प लिया है। इसके लिए 30 जनवरी को साबरमती आश्रम से 90 दिनों की यह यात्रा शुरू होगी और 29 अप्रैल को दिल्ली में यह यात्रा संपन्न होगी। खास बात यह है कि इस यात्रा के लिए खर्च एक-एक रुपये जोड़कर जुटाया जा रहा है।

 

स्वस्थ भारत के तीन आयाम जनऔषधि, पोषण और आयुष्मान

बता दें कि आशुतोष कुमार सिंह सेहत के क्षेत्र में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ पिछले सात सालों से लगातार आवाज उठा रहे हैं। स्वस्थ भारत यात्रा के बारे में आशुतोष कहते हैं, “इस यात्रा से पहले हमने ‘स्वस्थ बालिका स्वस्थ समाज’ विषय को लेकर वर्ष 2017 में देशव्यापी स्वस्थ भारत यात्रा की थी। इस दौरान लाखों बालिकाओं से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष संवाद स्थापित कर बालिका स्वास्थ्य के मसले को एक दिशा एवं गति देने का हमने सार्थक प्रयास किया है। इसी कड़ी में एक बार फिर से हम स्वस्थ भारत यात्रा-2 लेकर लोगों को जागरूक करने निकलने वाले हैं।” उन्होंने कहा कि इस बार का ध्येय वाक्य ‘स्वस्थ भारत के तीन आयाम जनऔषधि, पोषण और आयुष्मान’ रखा गया है।

 

सस्ती दवाइयों की उपलब्धता है बहुत जरूरी

आशुतोष कहते हैं, “भारत जैसे देश में जहां पर महंगी दवाइयों के कारण करोड़ों लोग गरीबी रेखा के नीचे चले जा रहे हैं, वहां पर सस्ती दवाइयों की उपलब्धता बहुत जरूरी है। इसी जरूरत को ध्यान में रखकर हमने इस यात्रा के ध्येय वाक्य में जनऔषधि शब्द को जोड़ा है।” सबको समुचित पोषण मिले, यह भी बहुत जरूरी है। ‘पोषण’ को लेकर भी लोगों के मन में तमाम तरह की भ्रांतियां हैं। इन भ्रांतियों को दूर करना एवं स्वस्थ रहने के लिए स्वस्थ भोजन के तौर-तरीकों के बारे में लोगों को बताना जरूरी है।

 

1-1 रूपये का मिल रहा है सहयोग

इस यात्रा के बजट के बारे में आशुतोष की पत्नी कहती हैं, “इस यात्रा में लोगों से सहयोग के लिए ‘1 रुपया, 1 कदम’ के नाम से सोशल मीडिया पर हमने कैम्पेन शुरू किया है। हमें उम्मीद है कि लोगों के दिए 1-1 रुपये के सहयोग से हम यह यात्रा सार्थक तरीके से पूरी करेंगे।” बता दें कि आशुतोष ‘कंट्रोल मेडिसिन मैक्सिमम रिटेल प्राइस’, ‘जेनरिक मेडिसिन लाइए पैसा बचाइए’, ‘नो योर मेडिसिन (अपनी दवा को जानें)’, ‘नो योर फार्मासिस्ट’, ‘नो योर डॉक्टर’, ‘स्वस्थ बालिका स्वस्थ समाज’, मानसिक स्वास्थ्य जानें, समझे, बताएं एवं अब ‘स्वस्थ भारत के तीन आयाम : जनऔषधि, पोषण और आयुष्मान’ जैसे जनसरोकारी कैम्पेन्स के माध्यम से देश के लोगों को जागरूक करने का काम कर रहे हैं।

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