गुमनामी बाबा और सुभाष चंद्र बोस एक ही थे! इस जगह बनाया था अपना ठिकाना आपको बता दें कि 12 दिसंबर 2001 को जेसन एक पार्टी में गए थे। जब जेसन पार्टी खत्म करके वापस लौट रहे थे तब उनके ऊपर कुछ बदमाश हमला कर देते हैं। इस हमले में जेसन के सिर पर गंभीर चोट आईं थी। जेसन के सिर पर लगी ये चोट बाहर से कुछ ही दिनों में ठीक भी हो गयी लेकिन इस चोट के बाद से ही उनका व्यवहार पूरी तरह से बदल गया। चोट की वजह से जेसन ऑब्सेसिव कम्पलसिव डिसऑर्डर के शिकार हो गए।
जब भी कोई जेसन के नजदीक आता तब वो तुरंत हाथ धोने लगते थे इसके साथ ही उनके अंदर गणित और फिजिक्स को लेकर रुचि पैदा होने लगी। जेसन को अब हर चीज ज्यामिति के आकार की नजर आ रही है। इसके बाद जेसन ने कम्युनिटी कॉलेज में एडमिशन भी लिया लेकिन उन्हें ज्यामितीय आकार वाली चीजें और ग्राफ ही हर जगह नजर आते थे, इसके लिए उन्होंने तंत्रिका वैज्ञानिक बेरिट ब्रोगार्ड की मदद ली।
वो राष्ट्रपति जिसकी जीत का ऐलान हुआ था जामा मस्जिद से, 8 साल की उम्र में छिन गया था पिता का साया जेसन की जांच करने के बाद ब्रोगार्ड को पता चला कि वो सायनेस्थेसिया से पीड़ित हैं। यह ऐसी अवस्था थी जिसमें दिमाग जिस चीज के बारे में सोंचता है वो चीज हर जगह नजर आर लगती है। बेरिट ब्रोगार्ड को यह भी पता लगा कि जेसन के दिमाग के कुछ हिस्सों में समझने की क्षमता नहीं है, लेकिन वह खास तस्वीरें उकेर सकता है। आपको ये जानकर हैरानी होगी कि जेसन पर जिन लोगों ने हमला किया है उनकी पहचान भी हो गयी है लेकिन उन्हें अपराधी नहीं बनाया गया साथ ही उन लोगों ने जेसन से माफ़ी भी मांग ली थी। वैज्ञानिक ब्रोगार्ड ने जेसन के ऊपर किए गए अध्ययन के अनुभव पर एक किताब लिखी है जिसका नाम ‘स्ट्रक बॉय जीनियस’ है। इस किताब में एक लड़का कैसे जीनियस बनता है इस बारे में बताया गया है।