जन्माष्टमी के दिन बाल गोपाल की पूजा करने से इंसान की हर मनोकामना पूरी होती है। श्रीकृष्ण का बाल रूप सभी के मन को मोह लेता है। उनकी नटखट अदाएं और चंचल स्वभाव सभी दुखों को भुलाकर मन में आनंद का संचार करती है।
हर कोई यही चाहता है कि उनके घर में भी बाल गोपाल जैसे ही संतान का जन्म हो हालांकि अपनी इस इच्छा को पूरा करने के लिए आपको कुछ खास नियमों का पालन करना होगा और इनका पालन करने के लिए आज से अच्छा दिन भला और कौन सा होगा।
आज के दिन एक खास मन्त्र का जाप करने से आपके घर भी बाल गोपाल स्वरूप नन्हें बालक का जन्म होगा। वैसे तो इस ‘संतान गोपाल मंत्र’ का जाप हर रोज करना होगा, लेकिन जन्माष्टमी के दिन इस मन्त्र के जाप को और भी ज्यादा लाभकारी माना गया है।
“ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं देवकीसुत गोविन्द वासुदेव जगत्पते देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गतः।”
यह है वह खास ‘संतान गोपाल मंत्र’।
हालांकि इसे जाप करने से पहले कुछ बातों का ध्यान निश्चित रूप से रखना चाहिए। जन्माष्टमी के दिन सबसे पहले पूजा घर में बाल गोपाल की तस्वीर लगाएं और नियमस्वरूप उसकी आराधना करें। इसके साथ ही बाल गोपाल को माखन मिश्री का भोग लगाएं। भोग लगाने के बाद ही 108 बार ‘ संतान गोपाल मंत्र ‘ का जाप करें। इसके लिए तुलसी की माला का उपयोग करें।
हर रोज सुबह नहाकर स्वच्छ कपड़ों में निष्ठापूर्वक इस मंत्र को जपने से घर में कान्हा जैसी सुंदर, सम्मान और समृद्धि बढ़ाने वाली संतान का आगमन होगा। अब भला कौन नहीं चाहेगा कि उनके भी घर बाल गोपाल जैसे बुद्धिमान,ज्ञानी,नटखट,घर को रोशन करने वाला और सबके मन को हरने वाला, ऐसे किसी बच्चे का जन्म हो।