रिपोर्ट के मुताबिक चीन के कुल स्वर्ण भंडार में 83 टन से अधिक सोना (Big gold fraud busted in China) नकली है। ये घपला चीन की किंगोल्ड ज्वेलरी कंपनी ने किया है जीरो हेज (Zero Hedge) नाम की वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार, किंगोल्ड ज्वेलरी कंपनी (Wuhan Kingold Jewelry Inc) वुहान में है। रिपोर्ट के मुताबिक ये चीन के इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला बताया जा रहा है। कोरोनावायरस के बाद इस घोटाले को लेकर चीन का वुहान शहर फिर से खबरों में छाया हुआ है।
वुहान की किंगोल्ड (Kingold) दुनिया की सबसे बड़ी प्राइवेट कंपनी में से एक है। इतना ही नहीं ये नैसडैक स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड है और इसका मार्केट कैप 60.41 करोड़ रुपए है। रिपोर्ट के मुताबिक किंगोल्ड ज्वेलरी कंपनी के मालिक जिया झिहोंग ने बैंक से 17,017 करोड़ रुपए का लोन लिया था। लोन के बदले कंपनी ने बैंक के पास बतौर जमानत और सिक्योरिटी 83 टन सोने की ईंटें-बिस्किट रखवाए थे लेकिन अब पता चला है कि सारा सोना नकली है। ये ईंटें-बिस्किट तांबे की बनी है।
कैसे हुआ खुलास ? इस मामले का खुलासा इस साल फरवरी में तब हुआ जब किंगोल्ड (Kingold) कंपनी ने डोंगगुआन ट्रस्ट को. लिमिटेड (चीन का शैडो बैंक) का लोन नहीं दिया। तब कंपनी ने किंगोल्ड द्वारा बतौर जमानत सोने की ईंटे निकलवाई तब पता चला कि ये सारा सोना नकली है। इसके बाद किंगोल्ड कंपनी को सबसे ज्यादा लोन देने वाली कंपनी चाइना मिनशेंग ट्रस्ट ने किंगोल्ड की ओर से बतौर जमानत रखे गए सोने की ईंटों की जांच करवाई। जांच में पता चला कि ये सारा सोना भी नकली है।
कंपनियों में मचा हड़कंप इस मामले के सामने आने बाद पूरे देश में हंगामा मच गया। अब चीन की सरकार ने वसूली करने का काम चीन की बीमा कंपनी पीआईसीसी प्रॉपर्टी एंड कैजुल्टी कोऑपरेटिव लिमिटेड को दिया दिया है। बताया दा रहा है कि अब ये लोन 30 बिलियन युआन भारतीय मुद्रा 32,073 करोड़ की संपत्ति से वसूला जाएगा।
जिया झिहोंग (Jia Zhihong)ने झा़डा पल्ला किंगोल्ड के मालिक जिया झिहोंग (Jia Zhihong) का कहना है कि उनकी कंपनी ने कोई नकली सोना नहीं रखा। मीडियो से बात करते हुए झिहोंग ने बताया कि किंगोल्ड कंपनी 2002 में स्थापित की गई थी, तब यह एक सोने की फैक्ट्री हुआ करती थी। इस फैक्ट्री को पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना से अनुमति मिली थी लेकिन इन फर्जी खबरों से कंपनी की छवी खराब हो रही है।