ट्रेनों में मृत लोगों के नाम से बुक होती है सीट, सोती हुई आत्माओं को जगाने की नहीं करता कोई गुस्ताखी
डॉल्फिनों की बात करें तो सिटेशियन प्रजाति जासूसी में माहिर होती हैं। कई मीडिया रिपोर्ट्स में इस बात का खुलासा हुआ है कि उन्हें कई देश नौसेना के लिए जासूसी करने की ट्रेनिंग देते थे। वे पानी के अंदर सोनार तरंगों को भांपने में माहिर होती हैं। उन्हें इस बात के लिए तैयार किया जाता था कि वे पानी के अंदर बारूदी सुरंगों का पता लगा सकें। इस काम को एकोलोकेशन का नाम दिया गया है। रूस और अमरीका के बीच चल रहे तनाव के चरम पर पहुंचने के दौरान सीआईए मानती थी कि ये जीव टारगेट तक पहुंचने में सेना की मदद करते थे। दस्तावेजों के मुताबिक कबूतर के गले में एक कैमरा लगाया जाता था जो ऑटोमेटिक फोटो खींचने का काम करता था।