छोटी से जगह पर फिट हो जाते हैं काॅकरोच काॅकरोच अपने शरीर को छोटे सी जगह पर भी आसानी से फिट कर सकते हैं। काॅकरोच के पास संक्रमण से निपटने के लिए जीन भी होते हैं, जो गंदे रहने की स्थितियों के भी जीने में मदद करते हैं। टूटे हुए अंगों को भी वापस विकसित करने की झमता रखते हैं। फिलहाल, डाॅक्टर ने महिला के कान से काॅकरोच को बाहर निकाल दिया। बताया जा रहा है कि काॅकरोच की वजह से महिला के काम में किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ।
पहले भी सामने आ चुका है एेसा मामला बता दें, अमेरिका के फ्लोरिडा शहर में भी एक लड़की के बाएं कान में सोते हुए एक कॉकरोच घुस गया था। वह काफी अंदर तक चला गया था, जोकि 9 दिनों के बाद पूरी तरह निकाला गया। हालांकि, महिला के कान को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा। केटी होली नाम की महिला ने पहले सोचा था कि शायद कोई तिनका उनके कान में घुस गया है और बाथरूम में जाकर एक रुई कान में लगा ली, लेकिन कुछ देर बाद उन्हें कान में कुछ चलता हुआ महसूस हुआ। इसके बाद उनके पति ने रुई हटाकर देखा तो कुछ छोटे-छोटे पैर के टुकड़े दिखाई दिए। जिसके बाद उन्होंने आनन-फानन में एक अस्पताल के इमरजेंसी में जाकर दिखाया और डॉक्टर ने कहा कि कान में कॉकरोच घुस गया था जो कि निकाल दिया गया है। लेकिन, केटी को इसके बाद भी कान में कुछ महसूस हो रहा था।
70 प्रतिशत हिस्सा रह गया था कान के अंदर उन्होंने अपने फैमिली डॉक्टर के कहने पर कान विशेषज्ञ डॉक्टर को अपना कान दिखाया। जहां पता लगा कि कॉकरोच का 70 प्रतिशत हिस्सा अभी भी कान के अंदर था। केटी ने एक अंग्रेजी वेबसाइट को बताया कि, इमरजेंसी वाले डॉक्टरों की लापरवाही और गैर जिम्मेदाराना रवैये से वह कॉकरोच मेरे कान में 9 दिन तक रहा। जिससे कान में संक्रमण होने का खतरा भी था।