कोरोना वायरस के चपेट में आने के बाद बिना दवा के कैसे ठीक हो रहे हैं लोग?
दरअसल, लॉकडाउन (lockdown) के दौरान बुलंदशहर के मोहल्ला आनंद विहार के रहने वाले रविशंकर का बीमारी के चलते शनिवार को निधन हो गया था। जिसके बाद उनके निधन की जानकारी उनको रिश्तेदारों को दी गई लेकिन कोरोना के दहशत के चलते कोई भी रिश्तेदार उनके दाह संस्कार में शामिल नहीं हो सका।
कोरोना से पूरी दुनिया में मचा है त्राहीमाम, लेकिन ये देश अपनी पूरी आबादी में फैलाना चाहता है
लॉकडाउन (lockdown) के चलते मृतक के अर्थी को कंधा देने के लिए उनके परिवार का कोई नहीं था। इस बात की सूचना मिलते ही आसपास के मुस्लिम भाइयों ने अर्थी को ना केवल कंधा दिया बल्कि शम्शान घाट ले जाकर अंतिम संस्कार भी कराया।