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Coronavirus इन दो चीजों पर ज्यादा समय तक रहता है जिंदा, स्टडी से हुआ खुलासा

Published: Feb 16, 2021 07:03:36 pm

Submitted by:

Pratibha Tripathi

कागज और कपड़े पर कोरोना वायरस (Corona virus) कम दिनों तक जीवित रह सकता है
एसएआरएस-सीओवी-2 वायरस से होने वाला कोविड-19 श्वसन बूंदों से फैलता है

Corona virus

Corona virus

नई दिल्ली। Coronavirus Pandemic: कोरोना से बचाव के लिए भले ही वैक्सीन तैयार करली गई हो लेकिन अभी भी कोरोना के विषय में बहुत कुछ अध्ययन बाकी है हर दिन नई-नई जानकारी सामने आ रही है। हाल ही में भारतीय प्रोद्यौगिकी संस्थान यानी आईआईटी, बॉम्बेत (IIT Bombay) के रिसर्चर्स ने जो ताजा आंकड़े जुटाए हैं उसके मुताबिक कांच और प्लास्टिक की सतहों की अपेक्षा कागज और कपड़े पर कोरोना वायरस (Corona virus) कम समय तक जीवित रह सकता है। आपको बतादें एसएआरएस-सीओवी-2 वायरस से होने वाला कोविड-19 सांस के द्वारा निकलने वाली बारीक बूंदों के सहारे तेजी से फैलता है। वायरस के साथ ये बूंदें जिस सतह पर गरती हैं वहीं से वे वायरस के संक्रमण का प्रसार करती हैं।

मिली जानकारी के अनुसार एक स्टडी में शोध कर्ताओं ने प्लास्टिक एवं कांच तथा कागज एवं कपड़ा जैसी अलग-अलग वस्तुओं की सतहों पर पड़ने वाली बूंदों के सूखने का अध्ययन किया। इस रिसर्च में जो जानकारी सामने आई उसके मुताबिक ये बूंदे प्लास्टिक एवं कांच की तुलना में कागज एवं कपड़े पर अधिक जल्दी सूखती हैं और वायरस जल्दी निष्क्रिय हो जाते हैं, जबकि कांच पर चार दिनों तक और प्लास्टिक एवं स्टेनलेस स्टील पर ये वायरस सात दिनों तक सक्रिय रह सकते हैं।

इस शोध से जो जानकारी मिली उसके मुताबिक कोरोना वायरस कागज पर केवल तीन घंटे और कपड़े पर दो दिनों तक जिंदा रहते हैं। इस विषय पर स्टडी करने वाले आईआईटी बंबई के संघमित्रो चटर्जी ने बताया कि, ‘‘अपने अध्ययन के आधार पर हम सिफारिश करते हैं कि अस्पतालों एवं कार्यालयों में कांच, स्टेनलेस स्टील या लैमिनेटेड लकड़ी से बने फर्नीचर को कपड़े आदि से ढक दिया जाए ताकि स्पर्श में आने पर संक्रमण का जोखिम कम हो सके”।

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