मिली जानकारी के अनुसार एक स्टडी में शोध कर्ताओं ने प्लास्टिक एवं कांच तथा कागज एवं कपड़ा जैसी अलग-अलग वस्तुओं की सतहों पर पड़ने वाली बूंदों के सूखने का अध्ययन किया। इस रिसर्च में जो जानकारी सामने आई उसके मुताबिक ये बूंदे प्लास्टिक एवं कांच की तुलना में कागज एवं कपड़े पर अधिक जल्दी सूखती हैं और वायरस जल्दी निष्क्रिय हो जाते हैं, जबकि कांच पर चार दिनों तक और प्लास्टिक एवं स्टेनलेस स्टील पर ये वायरस सात दिनों तक सक्रिय रह सकते हैं।
इस शोध से जो जानकारी मिली उसके मुताबिक कोरोना वायरस कागज पर केवल तीन घंटे और कपड़े पर दो दिनों तक जिंदा रहते हैं। इस विषय पर स्टडी करने वाले आईआईटी बंबई के संघमित्रो चटर्जी ने बताया कि, ‘‘अपने अध्ययन के आधार पर हम सिफारिश करते हैं कि अस्पतालों एवं कार्यालयों में कांच, स्टेनलेस स्टील या लैमिनेटेड लकड़ी से बने फर्नीचर को कपड़े आदि से ढक दिया जाए ताकि स्पर्श में आने पर संक्रमण का जोखिम कम हो सके”।