Coronavirus Medicine : चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने कोरोना के इलाज के लिए जंगली जानवरों के अंगों का इस्तेमाल करने की कही बात
चीन के इस सुझाव का पशु कार्यकर्ताओं ने किया विरोध, इसे बताया अनैतिक
नई दिल्ली। चीन के वुहान (Wuhan) से शुरू हुए कोरोना (Coronavirus) के कहर से आज पूरी दुनिया परेशान है। लाखों लोग संक्रमित (Infected) हैं तो कई लोगों की जान चली गई है। माना जाता है कि यह बीमारी जानवरों की वजह से फैली है। इसके बावजूद चीन अपने प्रयोगों से बाज नहीं आ रहा ह। अब उसने जानवरों की आंतों और सींग से एक देसी दवाई बनाई है। उसने कोरोना के मरीजों का इलाज करने के लिए इस दवा को प्रयोग करने का सुझाव दिया है।
13 साल पहले ही हो गई थी चीन में कोरोना के जन्म की भविष्यवाणी, नजरअंदाज करना पड़ा भारी चीन (China) के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए कुछ उपचार के बारे में बताया है। इसमें एक ऐसी दवा (Desi Medicine) भी शामिल है। जिसे बनाने के लिए जंगली भालू के बाइल (गॉल ब्लैडर के अंदर पाया जाने वाला तरल पाचक पदार्थ), बकरी के सींग और तीन प्रकार के पौधों का इस्तेमाल किया गया है। हालांकि चीन के इस सुझाव का पशु कार्यकर्ताओं ने विरोध किया है।
मालूम हो कि तीन महीने पहले कोरोना की महामारी (Pandemic) में अब तक लगभग 23000 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। जबकि इससे पांच लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हो चुके हैं। वैज्ञानकों की मानें तो कोरोना वायरस चमगादड़, सांप, पैंगोलिन या किसी अन्य जानवर से उत्पन्न हुआ है। चीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने भी जनवरी में इसकी पुष्टि की थी।