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वैक्सीन बनने में कितना समय और लगेगा
एक इंटरव्यू में विश्व स्वास्थ्य संगठन की मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने बताया कि यदि सभी ने साथ मिलकर अच्छा काम किया तो हम अगले 12—18 महीनों में इसका टीका विकसित कर लेंगे। लेकिन, टीका विकसित करने के बाद दवाओं की मात्रा के उपलब्धता भी बड़ा काम होगा। ऐसे में इसको 18—24 महीने में भी लग सकते है।
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दवा विकसित करने की प्रक्रिया
किसी ड्रग और वैक्सीन विकसित करने की कई प्रक्रिया होती है। इसमें समय वर्षों तक लग सकता है। दवा बनने के बाद इसे पहले जानवरों पर परीक्षण किया जाता है। इसके बाद इसे क्लिनिकल परीक्षण शुरू होता है। इसको तीन चरणों में सुरक्षा और क्षमता को प्रोटोकॉल के अनुसार परखा जाता है। चौथे चरण में संग्रहण और बाजार पूर्व आंकड़ों का विश्लेषण शामिल है। इसके बाद दवा उपलब्ध होती है।
कोरोना का कहर जारी ( Coronavirus in india )
बता दें कि कोरोना वायरस का कहर जारी है। भारत में इस वायरस से 9 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं इससे संक्रमित लोगों की संख्या 400 से पार पहुंच चुकी है। इसके रोकथाम के लिए केन्द्र व राज्य सरकारें अपने स्तर पर हर संभव कोशिश में जुटी है। लोगों को घरों में रहने की हिदायत दी जा रही है। भारत में कोरोना वायरस अभी दूसरी स्टेज पर है। वैज्ञानिकों का मानना है कि अगर ये स्टेज 3 में पहुंच जाता है तो इसे काबू में करना बेहद मुश्किल होगा।