विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) (डब्ल्यूएचओ) की गाइडलाइन के मुताबिक कोरोनावायरस से बचाव के लिए एन-95 मास्क सबसे अधिक गुणवत्ता बताया है। वहीं इसके बाद थ्री प्लाई मास्क को भी सुरक्षित माना गया है। एन-95 और थ्री प्लाई दोनों ही डिस्पोजेबल मास्क हैं। ऑल इंडिया फूड एंड ड्रग लाइसेंस होल्डर फाउंडेशन के नेशनल प्रेसिडेंट अभय पांडे ने 31 जनवरी 2020 को भारत सरकार को चिठ्ठी लिखकर एन-95 मास्क का एक्सपोर्ट रोकने की अपील की गई थी। सरकार ने तुरंत एन-95 मास्क का एक्सपोर्ट रोक भी दिया। इसके बावजूद देश में इसकी कमी है।
जानिए क्या है एन 95 मास्क औषधी विक्रेता संघ के अध्यक्ष बताते हैं कि एन 95 मॉस्क की खासियत है कि यह थ्री लेयर वाला होता है। इसे लगाकर बाहर निकलने पर धूल, धुआं के साथ ही किसी तरह के वायरस का संक्रमण नहीं हो पाता है। साधारण मॉस्क से कीमत भी इसकी अधिक होती है। डॉक्टर बताते हैं कि एन 95 उच्च गुणवत्ता वाला मास्क है। छींकने, खांसने से फैलने वाले वॉटर मॉलिक्यूल से यह बचाव करता है।
बढ़ सकती है मास्क का पैसा जैसे जैसे बाजारों में मास्क की मांग बढ़ी है साथ ही साथ एन-95 मास्क की कीमत भी बढ़ी है। अब एक मास्क की कीमत 350 से 400 रुपए हो गई है। ऐसे में अभी एन-95 का प्रतिदिन का कारोबार 1600 करोड़ रुपए तक पहुंच चुका है। वहीं, अभी करीब तीन कराेड़ थ्री प्लाई मास्क का प्राेडक्शन रोज हो रहा है। इसकी कीमत अब 16 रुपए हो चुकी है। इस हिसाब से करीब 48 से 50 कराेड़ रुपए तक का थ्री प्लाई मास्क का प्रतिदिन कारोबार हो रहा है।