यह मामला नोएडा का है जहां पर एक 38 साल के कोरोना संक्रमित बेटे ने बीमार पिता को बचाने के लिए खुद अपना बेड छोड़ दिया। मयंक प्रताप सिंह के पिता उदय प्रताप कोरोना संक्रमित हो गए थे। और ज्यादा तबीयत खराब होने के बाद उन्हें सांस लेने में दिक्कत आने लगी थी। लेकिन ज्यादा तबीयत खराब होने के बाद भी उन्हें अस्पताल में बेड़ नही मिल रहा था। जिसके चलते कोविड अस्पताल में एडमिट उनके बेटे मयंक ने पिता को अपना बेड देने का फैसला किया। मयंक भी कोरोना संक्रमित हैं और वे भी अपना इलाज कराने के लिए अस्पताल में भर्ती थे। मयंक अब होम आइसोलेशन में हैं।
कोरोना संक्रमित पिता का गिरने लगा ऑक्सिजन लेवल
कोरोना संक्रमित मयंक 17 अप्रैल को नोएडा कोविड अस्पताल में भर्ती हुए थे। इसके बाद ही उनके पिता भी कोरोना संक्रमित हो गए। और उनका ऑक्सिजन लेवल भी गिरने लगा। पिता की बिगड़ती हालत को देख और अस्पताल में बेड ना मिलने की वजह से मयंक ने अपना बेड छोड़ने का फैसला किया। इसके लिए मंयक ने पहले सीनियर डॉक्टर से संपर्क किया और उन्हें बताया कि भले ही मैं अभी कमजोरी महसूस कर रहा हूं लेकिन पिता की तुलना में मेरी हालत काफी ठीक है। और इसलिए उसनें अपना बेड पिता को देने की इच्छा जताई। जिसके बाद डॉक्टर भी राजी हो गए। अभी मयंक के पिता आईसीयू में हैं।