पिछले साल दिसम्बर के महीने में जो-व्हिटनी की मां की मौत 74 साल की उम्र में उनके अपने ही घर में हो जाती है। इसके बाद घटना को लोगों से छिपाने के लिए डेड बॉडी को कुल 54 कंबलों में लपेटकर उसे एक चेयर पर बिठाकर रखा जाता है। बॉडी की सड़न से आने वाली दुर्गन्ध को रोकने के लिए घर में करीब 66 एअर फ्रेशनर का छिड़काव भी किया जाता है, लेकिन आखिरकार बात नहीं बनी।
मौत के 44 दिन बीत जाने के बाद पड़ोसियों को सड़े-गले किसी चीज की बदबू सताने लगती है। थोड़ा अजीब लगने पर इस बात की सूचना पुलिस को दी जाती है। जब पुलिस जो-व्हिटनी के घर पहुंचकर तलाशी लेती है तो उन्हें कुर्सी पर कंबलों का आवरण देखने को मिलता है। गिन गिनकर 54 कंबल हटाने के बाद आखिरकार एक सड़ी-गली लाश पुलिस के हाथ लगती है।
जो-व्हिटनी से इस बारे में पूछने पर वह बताती है कि उस वक्त एकाएक वह बहुत डर गई थी जिस वजह से उसने लोगों से यह बात छुपाई। पुलिस का ऐसा मानना है कि यदि यह कोई स्वाभाविक मौत होती तो डरने की कोई वजह ही नहीं थी। ऐसे में पुलिस को लगता है कि शायद यह अस्वाभाविक मृत्यु है और पूछताछ के लिए पुलिस ने जो-व्हिटनी को गिरफ्तार कर लिया है।