दांत दूध के हैं तो…
भ्रांति: बच्चों के दांत दूध के हैं, तो इलाज जरूरी नहीं होता।
तथ्य: बच्चों के छह से बारह वर्ष की अवस्था में एक-एक करके दांत गिरते हैं। इसे मिक्स
डेंटीशन कहते हैं। दूध के दांत गिरते हैं और परमानेंट आते रहते हैं। इस दौरान यदि दांतों का इलाज नहीं कराया जाए, तो दूध के दांत परमानेंट दांतों को संक्रमित कर सकते हैं और परमानेंट दांत टेढ़े-मेढ़े हो सकते हैं।
भ्रांति: बच्चों के दांत दूध के हैं, तो इलाज जरूरी नहीं होता।
तथ्य: बच्चों के छह से बारह वर्ष की अवस्था में एक-एक करके दांत गिरते हैं। इसे मिक्स
डेंटीशन कहते हैं। दूध के दांत गिरते हैं और परमानेंट आते रहते हैं। इस दौरान यदि दांतों का इलाज नहीं कराया जाए, तो दूध के दांत परमानेंट दांतों को संक्रमित कर सकते हैं और परमानेंट दांत टेढ़े-मेढ़े हो सकते हैं।
आंखों पर असर
भ्रांति: ऊपर का दांत निकालने से आंखें कमजोर हो जाती हंै।
तथ्य: दांत निकालने की प्रक्रिया पूर्णतया संक्रमण रहित तरीके से की जाती है। आंख जरा भी प्रभावित नहीं होती है।
क्या करें : इस डर से दांत के संक्रमण को बढ़ने ना दें व इलाज में देरी ना करें।
भ्रांति: ऊपर का दांत निकालने से आंखें कमजोर हो जाती हंै।
तथ्य: दांत निकालने की प्रक्रिया पूर्णतया संक्रमण रहित तरीके से की जाती है। आंख जरा भी प्रभावित नहीं होती है।
क्या करें : इस डर से दांत के संक्रमण को बढ़ने ना दें व इलाज में देरी ना करें।
कीड़े नहीं लगते
भ्रांति: तंबाकू से दांतों में कीड़े नहीं लगते।
तथ्य: दांत में कीड़ा लगना या ना लगना अलग विषय है। मुख का कैंसर तंबाकू के सेवन से ही होता है। तंबाकू के सेवन से दांतों के इनेमल की परत घिस जाती है जिससे दांतों में ठंडा-गरम लगने लगता है।
भ्रांति: तंबाकू से दांतों में कीड़े नहीं लगते।
तथ्य: दांत में कीड़ा लगना या ना लगना अलग विषय है। मुख का कैंसर तंबाकू के सेवन से ही होता है। तंबाकू के सेवन से दांतों के इनेमल की परत घिस जाती है जिससे दांतों में ठंडा-गरम लगने लगता है।