फेक अलर्ट: हैदराबाद गैंगरेप केस मामले में पुलिस ने आरोपी को खुलेआम पीटा? किया जा रहा है ये चौंकाने वाला दावा
किडनी पेशेंट है आरोपी
अधिकरियों ने इन चारों विचाराधीन कैदियों के लिए खास सुरक्षा व्यवस्था की है। तीन शिफ्टों में 24 जेल पुलिस कांस्टेबलों को तैनात किया गया। किसी को भी इन सेल के आसपास भटकने नहीं दिया जाता है। पता चला है कि इनमें से एक कैदी की किडनी खराब है। इस कैदी का निम्स यानि निजाम इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में इलाज चल रहा था। इसका 6 महीने में एक बार इसका डायलिसिस किया जाना है। चिकित्सकों से संपर्क करने के बाद उस कैदी की इलाज की प्रक्रिया आरंभ की जाएगी। बताया जा रहा है कि शनिवार रात को ये चारों कैदी ठीक से नहीं सोए।
ये है डबल सिंगल सेल का मतलब
इन चारों आरोपियों को डबल सिंगल सेल में रखा गया है। दरअसल, डबल सिंगल सेल में उन कैदियों को रखा जाता है, जो जेल में कैदी या अधिकारियों के साथ लड़ाई-झगड़ा करते हैं। इस सेल में रखने के बाद इन कैदियों को अन्य कैदियों से संबंध टूट जाता है। वहीं इनके सेल का गेट नास्ता-खाना देने के दौरान ही खोला जाता है या फिर किसी अन्य जरूरी काम की वजह से। यही नहीं यहां टॉयलेट जाने के लिए भी सेल के अंदर ही एक कोने में बना होता है। सभी चीजों को सेल के अंद कैदी से दूर रखा जाता है, ताकि वो आत्महत्या न कर सके।