इन 10 क्रांतिकारी नारों ने निभाई थी भारत को आज़ादी दिलाने में अहम भूमिका
राजा पोहकर सिंह को पकड़ने में जब अंग्रेज नाकाम हुए तो उन्होंने शिव मंदिर ( Shiv Temple ) को तोडना शुरू कर दिया। ऐसे में वहां मौजूद सांप और बिच्छूओं ने अंग्रेजों पर हमला कर दिया और ब्रिटिश सेना को वहां से खदेड़ दिया। दरअसल, ठठिया के पराक्रमी राजा पोहकर सिंह वीर होने के साथ ही आध्यात्मिक भी थे। उन्होंने कई शिव मंदिरों का निर्माण कराया था। इसी में से एक था इंदेश्वर नाथ मंदिर। वहीं राजा पोहकर को अंग्रेज गिरफ्तार करना चाहते थे, लेकिन वो उन्हें पकड़ ही नहीं सके। ऐसे में गुस्साए अंग्रेजों ने मंदिर तोडने शुरू कर दिए।
इंदेश्वर नाथ मंदिर पर अंग्रेजी सेना ने तोप के गोले दागे, जिससे मंदिर की छत गिर गई। लेकिन शिवलिंग को आंच भी नहीं आई और वो वैसा का वैसी ही रहा। लेकिन गुस्साए अंग्रेजों ने उसे तोडने के लिए कई बार गोले दागे, लेकिन वो शिवलिंग तोडने में पूरी तरह नाकाम रहे। इस पर अंग्रेजों ने सेना को शिवलिंग उखाडने का आदेश दे दिया। लेकिन जब अंग्रेजी सेना ने शिवलिंग को उखाड़ने के लिए जमीन खोदना शुरू किया तो जमीन से लाखों बर्र, सांप और बिच्छू निकल पड़े। उन्होंने अंग्रेजी सेना पर हमला बोल दिया। उनके आक्रमण के आगे अंग्रेजी सेना को घुटने टेकने पड़े और वो वहां से भाग खड़े हुए।