इसकी एक वजह यह है कि कोरोना वायरस ( COVID-19 ) के शुरुआती लक्षण सर्दी-खांसी, सीजनल या वायरल फ्लू ( Flu ) से मिलते-जुलते हैं। ऐसे में सर्दी-खांसी, बुखार होने पर कई लोगों का इस बात का डर सताता है कि कहीं उन्हें कोरोना वायरस तो नहीं!
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अगर आपको अन्य शुरुआती लक्षणों के साथ सूखी खांसी ( Dry Cough ) भी है तो यह कोरोना वायरस का शुरूआती चरण जरूर हो सकता है। अगर गीली खांसी है यानी खांसने पर कफ निकलता है तो यह जरूरी नहीं कि आपको कोरोना वायरस ( Coronavirus ) हो।
खांसी शरीर की एक तरह से नैचुरल डिफेंसिव एक्शन है। हम खांस कर शरीर से कफ, धुआं या एलर्जीन जैसी किसी भी जलन या बेकार तत्व बाहर निकालते हैं। कोरोना के 60 फीसदी मामलों में सूखी खांसी प्रमुख लक्षण के रूप में देखी जा रही है। इसलिए कई लोगों की चिंता स्वाभाविक है।
सूखी खांसी अक्सर धूल और धुएं से एलर्जी, साइनस, अस्थमा या टॉन्सिल संबंधी समस्या से भी हो सकती है। इसलिए कोरोना की जांच से पहले घबराना नहीं चाहिए। पिछले दिनों हुए कुछ अध्ययनों में स्वाद या गंध लेने की शक्ति में कमी भी इसके लक्षणों में देखे गए हैं।
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यदि आप भी सूखी खांसी के साथ ऐसे लक्षण भी महसूस करते हैं तो आपको बगैर ज्यादा देर किए डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।आम फ्लू होने पर घरेलू उपचार भी कर सकते हैं। जैसे कि नमक के पानी से गरारे करना, शहद के साथ अदरक का सेवन करने से अच्छा-खासा आराम मिलता है।