बता दे कि इस तरह के झटके मुंबई में 2 बार और महसूस किए जा चुके हैं, इससे पहले शनिवार की सुबह भूकंप के हल्के झटके आए थे जिसका केंद्र मुंबई से 98 किलोमीटर उत्तर में था। और इसकी तीव्रता 2.7 के करीब आंकी गई थी।
फिर इसके पहले शुक्रवार की सुबह 10:33 पर भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे, जिसकी तीव्रता 2.8 मापी गई थी। और इसका भी केंद्र मुंबई से 91 किलोमीटर उत्तर में 10 किलोमीटर की गहराई में था। लगातार आ रहे इन झटको से भले ही की नुकसान ना हुआ हो लेकिन वैज्ञानिकों का कहना है कि 4.5 की तीव्रता वाले भूकंप घरों को क्षतिग्रस्त कर सकते हैं। इतना ही नही जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (जीएसआई) के शोध के मुताबिक यदि मुंबई में 5 रिक्टर स्केल पर भूकंप आता है, तो पूरा शहर तहस-नहस हो सकता है। जिसमें पॉश कहा जाने वाला चर्चगेट, प्रभादेवी, दादर, सायन, महालक्ष्मी डेंजर जोन में शामिल हैं।