महज 978 करोड़ के बजट में चंद्रयान मिशन को शुरू किया गया। पूरा देश ख़ुशी के मारे झूम रहा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यान लॉन्चिंग की पल-पल की जानकारी ले रहे थे।
चंद्रयान 2 के सफलतापूर्वक लॉन्चिंग के बाद इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई देते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।
वैज्ञानिकों का खुशी का नहीं था ठिकाना। भारतवर्ष के लिए किसी त्योहार से कम नहीं था 22 जुलाई 2019 का दिन।
6 सितंबर की रात पूरी दुनिया कर रही थी विक्रम लैंडर कब चांद का माथा चूमेगा। लेकिन इसरो का संपर्क उससे टूट गया।
चंद्रयान मिशन भले ही अधूरा रह गया हो। लेकिन भारतीयों का विश्वास अपने वैज्ञानिकों से टूट नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उदास इसरो के अध्यक्ष के सिवन से कहा "साहसी बनें।" मोदी ने आईएटीआरएसी के नियंत्रण कक्ष में वैज्ञानिकों के साथ बातचीत में कहा, "आपने अभी तक जो हासिल किया है, वह कोई छोटी उपलब्धि नहीं है।"