बता दें कि रेमडेसिवीर दवा कोरोना वायरस मरीजों को दिया जाता है। यूरोपियन कमिशन (European Commission) ने कहा कि उसने कोविड-19 के गंभीर मरीजों के लिए एंटीवायरल रेमडेसिवीर (Anti-viral Drug Remdesivir) को संशर्त मंजूरी दे दी है।
गौरतलब है कि करीब एक सप्ताह पहले ही यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी (EMA- European Medicine Agency) ने 12 साल से अधिक उम्र के किशारों के लिए गिलीड साइंसेज की इस दवा के लिए रास्ता साफ किया था। इस दवा का इस्तेमाल निमोनिया से जूझ रहे और ऑक्सीजन सपोर्ट वाले मरीजों के लिए ही किया जाएगा।
करीब दो दिन पहले ही कंपनी ने अपनी पूरी सप्लाई को अगले तीन महीने के लिए अमेरिका को उपलब्ध कराने का ऐलान किया है। कंपनी ने कहा है कि वो अमेरिका में गंभीर हालात को देखते हुए यह फैसला लिया है। हालांकि, इस बीच अब अगले तीन महीनों के लिए अन्य जगहों पर इस दवा की सप्लाई को लेकर चिंता बढ़ने लगी है।
यूरोपियन यूनियन की हेल्थ एंड फूड सेफ्टी कमिश्नर स्टेला काइरियकिड्स ने एक बयान में कहा, ‘कोरोना वायरस संक्रमण के लिए वैक्सीन और संभावित इलाज के लिए हम हरसंभव प्रयास करेंगे।’ 27 यूरोपीय देशों के लिए डोज लेने की चल रही है बात
यूरोपियन कमिशन ने कहा कि वो गिलीड साइंसेस से 27 यूरोपीय देशों के लिए रेमडेसिवीर डोज़ प्राप्त करने के लिए बातचीत कर रही है। कमिशन ने कहा, ‘सशर्त मार्केटिंग प्राधिकरण हमारी नियामकीय प्रक्रिया के तहत लाया जा रहा है ताकि जल्द से जल्द इस दवा तक हमारी पहुंच बन सके और मौजूदा जरूरत को पूरा किया जा सके। इसमें मौजूदा महामारी के बीच पब्लिक स्वास्थ्य के लिए पैदा होने वाले खतरे से निपटने की भी तैयारी शामिल है।’
डोनाल्ड ट्रंप ने भी दी थी मंजूरी बता दें कि रेमडेसिवीर एक न्यूक्लियोसाइड राइबोन्यूक्लिक एसिड (RNA) पोलीमरेज़ इनहिबिटर इंजेक्शन है। इसका निर्माण सबसे पहले वायरल रक्तस्रावी बुखार इबोला के इलाज के लिए किया गया था। रेमडेसिवीर दवा सीधे वायरस पर हमला करती है। इसे ‘न्यूक्लियोटाइड एनालॉग’ कहा जाता है जो एडेनोसिन की नकल करता है, जो RNA और DNA के चार बिल्डिंग ब्लॉक्स में से एक है। रेमडेसिवीर के परीक्षण में बेहतर परिणाम सामने आने के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी रेमडेसिवीर का कोरोना संक्रमितों के इलाज में इस्तेमाल किये जाने को मंजूरी दे दी थी।