scriptFact Check: क्या स्टूडेंट्स को रोजाना 10 GB Free Internet दे रही मोदी सरकार? जानें क्या है सच | Fact Check 10 GB Free Internet data for students know truth | Patrika News

Fact Check: क्या स्टूडेंट्स को रोजाना 10 GB Free Internet दे रही मोदी सरकार? जानें क्या है सच

Published: Oct 07, 2020 05:17:47 pm

Submitted by:

Naveen

-Fact Check: कोरोना वायरस ( Coronavirus ) के कारण इन दिनों ज्यादातर स्कूलों पर ऑनलाइन पढ़ाई ( Online Study ) हो रही है। -इसी बीच सोशल मीडिया ( Social Media ) पर एक मैसेज वायरल हो रहा है। -दावा किया जा रहा है कि कोरोना संकट के बीच ऑनलाइन पढ़ाई के लिए मोदी सरकार छात्रों को प्रति दिन 10 जीबी फ्री इंटरनेट ( 10 GB Free Data for Students ) दे रही है। -इस मैसेज की सच्चाई कुछ और ही है।

Fact Check 10 GB Free Internet data for students know truth

Fact Check: क्या स्टूडेंट्स को रोजाना 10 GB Free Internet दे रही मोदी सरकार? जानें क्या है सच

नई दिल्ली।
Fact Check: कोरोना वायरस ( Coronavirus ) के कारण इन दिनों ज्यादातर स्कूलों पर ऑनलाइन पढ़ाई ( Online Study ) हो रही है। बच्चे भी घर से ही इंटरनेट के जरिए पढ़ाई ( Online Classes ) कर रहे हैं। लेकिन, इसी बीच सोशल मीडिया ( Social Media ) पर एक मैसेज वायरल हो रहा है। जिसमें दावा किया जा रहा है कि कोरोना संकट के बीच ऑनलाइन पढ़ाई के लिए मोदी सरकार छात्रों को प्रति दिन 10 जीबी फ्री इंटरनेट ( 10 GB Free Data for Students ) दे रही है। वायरल मैसेज ( Viral Post ) के साथ एक लिंक भी दिया हुआ है। पोस्ट में कहा गया है कि स्टूडेंट्स को लिंक पर क्लिक करने के बाद फ्री डेटा मिलेगा। हालांकि, इस मैसेज की सच्चाई कुछ और ही है।

क्या है दावा?
मैसेज में लिखा है, ‘कोरोना वायरस के कारण स्कूल और कॉलेज बंद हो गए हैं और इस वजह से छात्रों की शिक्षा प्रभावित हुई है इसलिए सरकार ने सभी छात्रों को मुफ्त इंटरनेट (प्रति दिन 10GB) दे रही है।’ मैसेज में बताया गया है कि सरकार ऐसा इसलिए कर रही है ताकि छात्र अपनी शिक्षा पूरी कर सकें और इंटरनेट के जरिए ऑनलाइन क्लासेस की मदद से भी परीक्षा दे सकें। इसके लिए छात्रा नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर फ्री डाटा पा सकते हैं।

Fact Check: महात्मा गांधी बेरोजगार योजना के तहत घर बैठे मिल रहा रोजगार? जानें क्या है सच

https://twitter.com/hashtag/PIBFactcheck?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw

क्या है सच्चाई
आपको बता दें कि यह मैसेज पूरी तरह फर्जी है। सरकार ऐसी कोई योजना नहीं चला रही है। 6 महीने पहले भी यही मैसेज वायरल हुआ था, जिसे सरकारी पीआईबी फैक्ट चेक ने फर्जी करार दिया था। अब एक बार फिर मैसेज वायरल हो रहा है। यह दावा बिलकुल झूठा है और दिया गया लिंक फर्जी है। दूरसंचार विभाग ने ऐसा कोई ऐलान नहीं किया है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो