इन दिनों एक भावुक करने वाली एक तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल ( Viral Post ) हो रही है। तस्वीर में एक शहीद तिरंगे से लिपटा हुआ है, वहीं एक बच्चा शहीद के पार्थिव देह से लिपटा रो रहा है। उसके नजदीक में बैठी एक महिला बच्चे को संभालने की कोशिश कर रही है। सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि यह तस्वीर गलवान घाटी में भारत और चीन के बीच हुए हिंसक झड़प में शहीद एक जवान की है। इस तस्वीर को देखकर लोग भावुक हो रहे हैं। लेकिन, इसकी सच्चाई कुछ और ही है।
सोशल मीडिया पर वायरल ( Fact Check of Viral Post )
दरअसल, फेसबुक पर इस पोस्ट को शेयर किया गया। जिसमें लिखा, “एक अनाथ बच्चा. एक बेबस पिता. एक बिखर चुकी मां. ये हमारी आजादी की कीमत है. #लद्दाख”। इस तस्वीर पर 3 हजार से भी ज्यादा लाइक्स है और 460 लोगों ने शेयर की हैं।
क्या है सच्चाई?
दरअसल, गलवान घाटी से जोड़कर इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है। लेकिन, यह तस्वीर गलवान घाटी के शहीद की नहीं है। पड़ताल में सामने आया कि यह तस्वीर लेफ्टिनेंट कर्नल आनंद सुब्रमण्यण की है, जिनका 29 जून 2019 को बीमारी के चलते निधन हो गया था। उस समय यह तस्वीर ली गई थी। पड़ताल के दौरान यह तस्वीर Defence Stories नाम की एक वेबसाइट पर मिली।
यहां तस्वीर से जुड़ा एक आर्टिकल 1 जुलाई, 2019 को प्रकाशित हुआ था। जिसके मुताबिक, यह तस्वीर कर्नल आनंद सुब्रमण्यण के दाह संस्कार के दौरान ली गई थी। बता दें कि 34 वर्षीय कर्नल आनंद सुब्रमण्यण का तेज बुखार और आंतरिक अंगों में संक्रमण फैलने से निधन हो गया था। वह तमिलनाडु के कन्याकुमारी जिले के रहने वाले थे। तस्वीर में दिख रहे बच्चे का नाम कार्तिक है, जिसकी उम्र महज 8 साल है, जो कर्नल आनंद सुब्रमण्यण का बेटा है।