सोशल मीडिया पर इन दिनों एक मैसेज तेजी से वायरल हो रहा है। तस्वीर में दावा किया जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या में मस्जिद के लिए जो पांच एकड़ जमीन दी थी, सुन्नी वक्फ बोर्ड (Sunni Waqf Board) उसपर सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल (Super Specialty Hospital) बनाने जा रहा है, जिसका नाम ‘बाबरी अस्पताल’ (Babri Hospital) रखा जाएगा ।
Fact chek: Has Sunni Waqf board decided to build ‘Babri hospital’
नई दिल्ली। अयोध्या (Ayodhya) में 5 अगस्त के दिन PM Modi ने राम मंदिर का भूमि पूजन के बाद मंदिर का शिलान्यास (The foundation stone of the temple after Bhoomi Pujan) भी किया। इसके बाद अब वहां भव्य मंदिर बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। इन सब के बीच सोशल मीडिया (social media) पर एक मैसेज वायरल हो रहा है। मैसेज में दावा किया जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या में मस्जिद के लिए जो पांच एकड़ जमीन दी थी, सुन्नी वक्फ बोर्ड (Sunni Waqf Board) उसपर सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल (Super Specialty Hospital) बनाने जा रहा है, जिसका नाम ‘बाबरी अस्पताल’ (‘Babri Hospital’) रखा जाएगा । पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि इस अस्पताल का डायरेक्टर जेल में बंद डॉ कफील खान (Dr. Kafeel Khan) को बनाया जाएगा।
क्या है दावा? फेसबुक से लेकर व्हाट्सएप (From facebook to whatsapp) पर इस मैसेज को खूब शेयर किया जा रहा है। पोस्ट में एक बिल्डिंग की तस्वीर है, जिसके उपर ‘बाबरी हॉस्पिटल’ (Babri Hospital) लिखा हुआ है। तस्वीर के कैप्शन में लिखा है कि ‘मास्टरस्ट्रोक। सुप्रीम कोर्ट ने जो पांच एकड़ जमीन दी थी, सुन्नी वक्फ़ बोर्ड ने लिया फैसला उस पर बनेगा बाबरी हॉस्पिटल (Babri Hospital) जो AIIMS के बराबर मुफ्त सुविधा देगा.जाने-माने डॉक्टर कफील खान को इस अस्पताल का प्रशासक बनाया जाएगा।
क्या है सच? उत्तर प्रदेश के सुन्नी वक्फ बोर्ड (Sunni Waqf Board) ने ‘बाबरी अस्पताल’ के दावे को झूठ बताया है। बोर्ड के मुताबिक, 5 एकड़ भूमि को लेकप अभी तक कुछ तय नहीं किया गया है। बोर्ड ने बताया जब सुप्रिम कोर्ट ने 5 एकड़ जमीन दी थी तब मीडिया में ऐसी कई खबरें आई हैं जिनमें दावा किया गया है कि मस्जिद के निर्माण के लिए वक्फ बोर्ड ने जो ट्रस्ट बनाया है, वह 5 एकड़ जमीन पर एक अस्पताल, पुस्तकालय और एक इस्लामिक रिसर्च सेंटर (Islamic Research Center) भी बनवाएगा। हालांकि ये बाते भी सच नहीं है। वक्फ बोर्ड का कहना है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही जानकारी गलत और भ्रामक है।बोर्ड के मुताबिक जमीन पर बाबरी अस्पताल बनाने की बात फर्जी है। इसके साथ ही तो तस्वीर वायरल हो रही है इसे भी फ़ोटोशॉप की मदद से बनाया गया है।