हाल ही में इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप के पालू शहर में भूकंप और उसके बाद आई सुनामी की वजह से तबाही मच गई। इस तबाही के पीछे का कारण थी वहां पर एक सक्रिय ज्वालामुखी। अब आप समझ सकते हैं कि एक ज्वालामुखी के विस्फोट होने से उसका असर किस कदर नुकसान पहुंचा सकता है। आज हम आपको कुछ ऐसी ही ज्वालामुखियों के बारे में बताने जा रहे हैं जो किसी भी समय मौत का तांडव कर सकती है।
कोलिमा ज्वालामुखी
संयुक्त राज्य और मध्य अमरीका में स्थित देश मेक्सिको में स्थित है कोलिमा। इसकी ऊंचाई 3,280 मीटर है। साल 2015 और 2016 में इसके राख और बहते लावे को देखते हुए आसपास के इलाके खाली करा दिए गए थे।
पोपोकटेपेटल
यह सक्रिय ज्वालामुखी भी मेक्सिको में स्थित है। मेक्सिको सिटी से दक्षिणपूर्व में करीब 70 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस ज्वालामुखी की ऊंचाई 5,452 मीटर है। अगर यह कभी विस्फोट हुआ तो इससे करीब 2.5 करोड़ लोगों को नुकसान पहुंचेगा।
नेवादो देल रुइज
5,364 मीटर ऊंचा यह सक्रिय ज्वालामुखी कोलंबिया में है।साल 1985 में इसमें हुए विस्फोटों की वजह से लगभग 25 हजार से अधिक लोगों की मौत हुई थी।
ग्लैरस
कोलंबिया के नरिनो में स्थित ग्लैरस में साल 1993 में एक हल्का विस्फोट हुआ था। जिससे कई वैज्ञानिकों के साथ-साथ कुछ पर्यटकों की भी मौत हो गई थी।
तुरीआल्बा ज्वालामुखी
कैलिफोर्निया के सैन जोस शहर से करीब 60 किलोमीटर दूर स्थित है तुरीआल्बा।सितंबर साल 2016 में इसमें भयंकर विस्फोट होने की वजह से निकटवर्ती इलाकों में राख के काले बादल छा गए थे।