रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “आईआरसीटीसी के साथ सालाना बैठक के दौरान रेलमंत्री ने यात्रियों को मुहैया करवाए जाने वाले भोजन के पैकेट पर बार कोड लगाने का आइडिया दिया था।” उन्होंने कहा कि आईआरसीटीसी बार कोड के विकल्प पर काम कर रही है और इसकी कीमत व उपयोगिता की समीक्षा की जा रही है। अधिकारी ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि बार कोड के साथ भोजन के पैकेट अप्रैल के अंत या मई तक मिलने लगेंगे। आईआरसीटीसी के 32 आधारभूत किचेन हैं जहां से ट्रेनों में यात्रियों को भोजन मुहैया करवाया जाता है।
भोजन की गुणवत्ता और वेंडरों द्वारा भोजन के अधिक पैसे लेने की शिकायतों को लेकर रेलवे की आलोचना होती रही है। ऑथेंटिकेशन सर्विस प्रोवाइडर्स एसोसिएशन के प्रेसिडेंट उमेश गुप्ता ने रेलवे के इस कदम का स्वागत करते हुए कहा, “रेलवे अगर भोजन के पैकेट पर बारकोड के साथ होलोग्राम और पता लगाने की प्रणाली का जिक्र करे तो अच्छा होगा जिससे भोजन की पैकेजिंग के साथ छेड़छाड़ नहीं होगी।”