Published: Jan 24, 2018 11:35:39 pm
जमील खान
उम्रदराज पेरेंट्स से वित्तीय और मानसिक सेहत संबंधी मामलों पर बात करना आसान नहीं होता लेकिन यह बातचीत करना आपके लिए बहुत जरूरी होता है।
जब हम अपने बुजुर्ग मां-बाप की देखभाल करते हैं तो यह केवल भूमिका की अदला-बदली का सवाल नहीं होता है। अक्सर अपने पेरेंट्स को बूढ़ा होता देखना आसान नहीं होता। कमजोर होती याददाश्त या ऊर्जा के स्तर में कमी आना उनकी बढ़ती उम्र का संकेत देता है। एक वयस्क के तौर पर अपने पेरेंट्स की देखभाल हर कीमत पर करना आपका फर्ज होता है। वहीं हमारे पेरेंट्स की पूरी कोशिश होती है कि वे हम पर बोझ न बनें। लेकिन उन्हें कई बार मदद की जरूरत पड़ती ही है।